फिलिस्तीन के जेहादे इस्लामी आंदोलन के महासचिव ज़ियाद अन्नख़ाला और उनके साथ तेहरान की यात्रा पर आये प्रतिनिधिमंडल ने गुरूवार की दोपहर को ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता से मुलाकात की।
इस मुलाकात में सर्वोच्च नेता ने प्रतिरोध और ग़ज्जा के लोगों को अबतक का रणक्षेत्र का विजयी बताया और बल देकर कहा कि इज़्ज़त के चरम शिखर के साथ फिलिस्तीन और ग़ज्जा के लोगों का प्रतिरोध और इस 6 महीने की जंग में जायोनी सरकार की नाकामी एक ईश्वरीय घटना व हादसा है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई ने इस भेंट में जायोनी सरकार द्वारा ग़ज्ज़ा के लोगों की हत्या करने में उसके अपराधों की ओर संकेत करते हुए कहा इतने अधिक सैनिक हथियारों, संसाधनों और दुनिया की अत्याचारी ताकतों के समर्थन के बावजूद जायोनी सरकार महिलाओं और बच्चों की हत्या कर रही है जो इस बात का सूचक है कि यह सरकार प्रतिरोध का मुकाबला करने और उसे पराजित करने की ताक़त नहीं रखती।
सर्वोच्च नेता ने फिलिस्तीन के जेहादे इस्लामी आंदोलन के महासचिव को संबोधित करते हुए कहा कि ईश्वर की कृपा से आप गज्जा के लोगों की अंतिम विजय को देखेंगे।
फिलिस्तीन के जेहादे इस्लामी के महासचिव ने भी इस भेंट में इस्लामी गणतंत्र ईरान द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन की सराहना की और शहीद जनरल क़ासिम सुलैमानी को याद किया और कहा आज गज्जा में जो कुछ हो रहा है वह वास्तव में कर्बला की घटना दोहराई जा रही है और समस्त सख्तियों और षडयंत्रों के बावजूद गज्जा के लोग अदम्य साहस के साथ प्रतिरोध के साथ डटे हुए हैं और उन्होंने अपने प्रतिरोध से प्रतिरोध को समाप्त करने हेतु अमेरिका, जायोनी सरकार और उसके समर्थकों के षडयंत्रों को नाकाम कर दिया है।
ज़ियाद नख़ाला ने प्रतिरोधक बलों विशेषकर हमास और जेहादे इस्लामी के बीच पूर्ण समन्वय पर बल देते हुए कहा कि ग़ज़्ज़ा के लोग और प्रतिरोधक बल अंतिम विजय मिलने तक डटे रहने का पक्का इरादा व दृढ़ संकल्प रखते हैं और ईश्वर की कृपा से अंतिम विजय अधिक दूर नहीं है।