तेहरान की नमाज ईद-उल-फितर के मुख्य उपदेश

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तेहरान की नमाज ईद-उल-फितर के  मुख्य  उपदेश

तेहरान में इस्लामिक क्रांति के नेता ग्रैंड अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई के नेतृत्व में ईद-उल-फितर की मुख्य नमाज अदा की गई।

इस्लामिक क्रांति के नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने अपने ईद-उल-फितर उपदेश में ईरानी लोगों और मुस्लिम विद्वानों को ईद-उल-फितर की बधाई दी और गाजा की स्थिति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कब्ज़ा करने वाली ज़ायोनी सरकार ने न केवल रमज़ान में अपने हमले रोके, बल्कि उनकी तीव्रता और दायरा भी बढ़ा दिया।

इस्लामिक क्रांति के नेता ग्रैंड अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई ने गाजा को लेकर पश्चिमी सरकारों के पाखंड की कड़ी आलोचना की और कहा। गाजा के मामले में पश्चिमी सरकारों ने पश्चिमी सभ्यता की वास्तविकता के साथ-साथ उसकी प्रकृति को भी छिपा दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी सरकारों ने न केवल उत्पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों पर क्रूर हमलों, महिलाओं और बच्चों के नरसंहार को रोकने की कोशिश नहीं की, बल्कि फ़िलिस्तीनी लोगों के नरसंहार में ज़ायोनी सरकार की मदद और समर्थन भी किया।

इस्लामी क्रांति के नेता ने दमिश्क में ईरानी दूतावास पर ज़ायोनी सरकार द्वारा किए गए आतंकवादी हवाई हमले की ओर इशारा किया और कहा कि इस हमले के लिए कब्ज़ा करने वाली ज़ायोनी सरकार को दंडित किया जाना चाहिए और यह सज़ा उसे दी जाएगी। अपने उपदेश के अंत में उन्होंने मुसलमानों के बीच एकता के महत्व पर जोर दिया और मुसलमानों से अपनी एकता को मजबूत करने की अपील की।

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