इमाम जुमआ क़ुम ने कहा: सीरिया में इज़राइली शासन की शरारतों का जवाब देने के लिए ईरान का ऑपरेशन बिल्कुल सही था और यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर एक वैध रक्षात्मक ऑपरेशन था।
हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,कुम अलमुकद्देसा के इमाम जुमआ आयतुल्लाह अली रज़ा आराफी में आज अपने खुत्बे के दरमियान कहा,इस ऑपरेशन ने दुनिया को हिलाकर रख दिया और इस क्षेत्र को प्रभावित किया हैं।
उन्होंने आगे बयान किया कि सीरिया में इज़राइली शासन की शरारतों का जवाब देने के लिए ईरान का ऑपरेशन बिल्कुल सही था और यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के आधार पर एक वैध रक्षात्मक ऑपरेशन था।
आयतुल्लाह अली रज़ा आराफी ने आगे कहा,यह ऑपरेशन स्पष्ट था और साथ ही आश्चर्य की बात नहीं थी इस हमले की पहचान बहुत पहले ही कर ली गई थी जो ईरान के सशस्त्र बलों की बहादुरी का संकेत है।
कुम अलमुकद्देसा के इमाम जुमआ ने कहां, यह ऑपरेशन पूरी सूझबूझ के साथ अंजाम दिया गया इससे प्रकाश फोर्स के जरिए अंजाम दिया गया यह फोर्स के कमल की बात है जिन्होंने इस कमल को करके दिखाया इजरायल के खिलाफ और उनकी जितनी सराहना की जाए कम हैं।
आयतुल्लाह अराफ़ी ने कहा,यह ऑपरेशन ऐसी स्थिति में किया गया था जब अमेरिका, ब्रिटेन और क्षेत्र के गद्दार देश ईरान के हमलों को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे थे यह हमला सीमाओं के बाहर और ईरान की रक्षा में किया गया था।
मजलिस ए ख़ुबरगान रहबरी के सदस्य ने कहा: दुनिया ने खुद कहा कि इज़राइल की रक्षा प्रणालियाँ जैसे आयरन डोम और अन्य रक्षा प्रणालियाँ ईरानी मिसाइलों द्वारा नष्ट कर दी गई हैं।
कुम अलमुकद्देसा के इमाम जुमआ ने कहां, सच्चे वादे ने इजरायल के भरम को मिट्टी में मिला दिया और राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा वर्चस्व को भी नष्ट कर दिया।
उन्होंने कहा, जब सुप्रीम लीडर ने कहा था कि इजराइल को सजा मिलेगी तो दुश्मनों ने कभी नहीं सोचा था कि इतना बड़ा हमला किया जाएगा।