संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार उच्चायुक्त ने फिलिस्तीन समर्थक अमेरिकी छात्रों के खिलाफ पुलिस की हिंसक कार्रवाई पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
आईआरएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र में मानवाधिकार के उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने एक बयान जारी कर फिलिस्तीन के समर्थन में हो रहे प्रदर्शनों के खिलाफ पुलिस के हिंसक व्यवहार पर चिंता जताई है.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त ने अमेरिकी विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की गिरफ्तारी और उन्हें शिक्षा से वंचित किए जाने की ओर इशारा करते हुए कहा कि वह अमेरिकी विश्वविद्यालयों में कानून प्रवर्तन एजेंसियों की अनुचित कार्रवाइयों से चिंतित हैं।
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी पुलिस ने फिलिस्तीन समर्थक छात्रों को बेरहमी से जमीन पर घसीटा, प्रताड़ित किया और उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
गौरतलब है कि अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी से शुरू हुआ फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शनों का सिलसिला इस देश के सभी प्रमुख विश्वविद्यालयों के साथ-साथ फ्रांस, जर्मनी, कनाडा समेत सभी पश्चिमी देशों के विश्वविद्यालयों तक फैल गया है. , ग्रेट ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि नरसंहार ज़ायोनी सरकार, संयुक्त राज्य अमेरिका के अटूट समर्थन के साथ, मानवाधिकारों और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों की आंखों के सामने लगभग सात महीने से गाजा पर क्रूर बमबारी और निर्दोष लोगों का नरसंहार जारी रखे हुए है।