इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के प्रोसिक्यूटर दफ्तर की ओर से अमेरिका और ज़ायोनी शासन के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह ICC के अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को धमकाने की हरकतों से बाज़ आ जाए उनकी यह हरकतें अपराध हैं और इसे इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के खिलाफ अपराध माना जा सकता है।
ICC के दफ्तर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस संस्था के अधिकारियों की प्रक्रिया में बाधा डालने या उन्हें डराने-धमकाने या अनुचित तरीके से प्रभावित करने की कोशिश करने वाले सभी प्रयासों को तुरंत रोका जाना चाहिए। इस अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की संरचना और उसके अधिकार क्षेत्र को परिभाषित करने वाला रोम घोषणापत्र भी ऐसी किसी भी हरकत पर रोक लगाता है।
याद रहे कि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट एक अंतरराष्ट्रीय ट्रिब्यूनल है, जिसका मुख्यालय नीदरलैंड्स के द हेग में है। अवैध राष्ट्र इस्राईल के युद्ध अपराधों और ग़ज़्ज़ा में हो रहे क़त्लेआम को देखते हुए इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने नेतन्याहू और ज़ायोनी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का मन बनाया है कहा जा रहा है कि कोर्ट ज़ायोनी नेताओं के खिलाफ एक्शन ले सकता है जिसको देखते हुए अमेरिकी कांग्रेस के सांसदों ने चेतावनी दी है कि अगर उसने ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और इस्राईली अधिकारियों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया तो अंजाम भुगतना होगा।