पिछले काफी समय से आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के हालात विस्फोटक होते जा रहे हैं। खाने पीने की चीज़ों पर बढ़ती बेतहाशा महंगाई के साथ बिजली के आसमान छूटे दामों ने आग पर घी का काम किया है।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में बिजली की ऊंची दरें और आटे की कीमत पर बवाल मचा हुआ है। खाने की वस्तुओं की ऊंची कीमत के खिलाफ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव और बोतलें फेंके जाने के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाई फायरिंग कर स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की, लेकिन इस झड़प में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए, घायलों में अधिकतर पुलिसकर्मी हैं।
शनिवार को भी पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच झड़पें हुईं और पूरे इलाके में चक्का जाम और शटर डाउन हड़ताल की गई थी। रविवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पें हो गईं।
पीओके केप्रधान मंत्री चौधरी अनवारुल हक ने कहा कि सरकार मीरपुर में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद एक अधिकारी की मौत और 70 से अधिक अन्य के घायल होने के बाद बिजली और गेहूं के आटे की कीमतों में राहत देने के लिए तैयार थी। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन में क्षेत्र की स्थिति से संबंधित एक आपात बैठक बुलाई है