ईरान की इस्लामी क्रांति के सुप्रीम लीडर ने स्वर्गीय राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात में उन्होंने दिवंगत राष्ट्रपति को इस्लामी क्रांति के नारों का प्रतीक बताया और उनके प्रति लोगों की मोहब्बत को दुनिया के लिए एक संदेश बताया, जो इस्लामी गणतंत्र के हित में है।
इस मुलाक़ात में धर्मगुरु अलम अल-हुदा, शहीद रईसी की पत्नी डा. अलम अल-हुदा और उनके बच्चे और दूसरे रिश्तेदार भी मौजूद थे।
सुप्रीम लीडर ने राष्ट्रपति रईसी की मौत को देश के लिए ऐसा भारी नुक़सान बताया, जिसकी भरपाई मुमकिन नहीं है।
राष्ट्रपति रईसी और उनके साथियों की शव यात्रा में भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति और विदेशी हस्तियों द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना का उल्लेख करते हुए सुप्रीम लीडर ने कहा, इससे लोगों के बीच इस्लामी गणतंत्र की जड़ों और मज़बूती का पता चलता है।
इस मुलाक़ात के आख़िर में सुप्रीम लीडर ने स्वर्गीय राष्ट्रपति रईसी के लिए दुआ की और उनके परिजनों को सांत्वना दी।