इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने परिवार की नींव की मजबूती और औरत के सम्मान को समाज की दो महत्वपूर्ण आवश्यकताएं बताया।
इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने परिवार की नींव की मजबूती और औरत के सम्मान को समाज की दो महत्वपूर्ण आवश्यकताएं बताया।
इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर हज़रत आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने आज विभिन्न विभागों से जुड़ी हजारों औरतों की सभा को संबोधित करते हुए कहा कि घर के माहौल में औरत को आदर और घर की नींव को मजबूत बनाना समाज के दो महत्वपूर्ण आवश्यकताएं हैं।
इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर ने कहा कि इस्लामी इंक़ेलाब के मोर्चे पर सक्रिय और ऐक्टिव औरतें ईरान के इस्लामी इंक़ेलाब की रक्षा के मैदान में अपनी मौजूदगी को और ज़्यादा सामने लायें। उन्होंने औरत के बारे में इस्लाम की बौद्धिक शिक्षाओं को इंटर-नेशनल मैदान में स्थानांतरित करने के बारे में पाई जाने वाली कमजोरी की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस्लामी रिपब्लिक सिस्टम और हज़रत इमाम खुमैनी रहमतुल्लाह अलैह के नाम की बरकत से औरत के सिलसिले में अच्छे काम अंजाम पाए हैं लेकिन इस सम्बंध में ज़्यादा काम करने और एक आक्रामक मोर्चा बनाने की जरूरत है।
इस्लामी इंक़ेलाब के सुप्रीम लीडर इंसानी लिहाज से मर्दों और औरतों के बारे में इस्लाम के समान दृष्टिकोण की ओर इशारा करते हुए कहा कि इस्लाम की निगाह में औरत और मर्द बनावट के लिहाज से खास विशेषताओं वाले हैं लेकिन इंसानी और सामाजिक अधिकार, आध्यात्मिक मूल्यों आध्यात्मिक श्रेणियों को तय करने के लिहाज से उनमें कोई अंतर नहीं है।