फिलिस्तीन में पिछले 7 महीने से अधिक समय से जनसंहार करने के बाद भी ज़ायोनी सेना को अपने किसी मिशन में कामयाबी नहीं मिली है। ग़ज़्ज़ा से ज़ायोनी सेना की वापसी की बढ़ती मांग के बीच ज़ायोनी सेना में बग़ावत की आहट से सत्ताधारियों समेत आईडीएफ भी सकते में है।
ग़ज़्ज़ा में जनसंहार के बावजूद किसी भी मक़सद को हासिल करने में नाकाम रहे इस्राईल में सत्ता विरोधी प्रदर्शन बढ़ते जा रहे हैं तथा सेना को वापस बुलाने और हमास से समझौते की मांग ज़ोर पकड़ रही है। ऐसे में ज़ायोनी सेना के एक रिजर्व सैनिक ने विद्रोह करने की धमकी देते हुए कहा है कि ग़ज़्ज़ा में 'पूर्ण विजय' से पहले अगर लड़ाई खत्म की गई और उनको वापस आने के लिए कहा गया तो यह ठीक नहीं होगा। ऐसी स्थिति में वह अपने अफसरों और रक्षा मंत्री गैलेंट के आदेशों को नहीं मानेगा और जंग जारी रखेगा। वीडियो में इस सैनिक ने ये भी कहा कि वह फिलिस्तीनियों को पूरी तरह खत्म कर देना चाहता है और इस मिशन में हम 1 लाख सैनिक साथ साथ हैं।
वीडियो में कहा गया है कि 'मैं और एक लाख दूसरे रिजर्व सैनिक ग़ज़्ज़ा और दूसरे हिस्सों को फिलिस्तीनियों को वापस सौंपने की योजना को अस्वीकार करते हैं। हम इसके लिए लड़ाई लड़ेंगे। अगर गैलेंट युद्ध नहीं जीत सकते तो इस्तीफा दे दें।