ग़ज़्ज़ा के रफह में ज़ायोनी सेना की ओर से मचाए जा रहे जनसंहार पर दुनियाभर से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। ऐसे में इस्राएल के बड़े कारोबारी और रणनीतिक साझीदार तुर्की ने एक बार फिर नेतन्याहू पर ज़बानी हमला बोला है।
तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोग़ान ने ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ बयान बाज़ी करते हुए कहा कि कि इस कार्रवाई से एक 'आतंकवादी राज्य' के चेहरे से पर्दा हट गया।
तुर्क राष्ट्रपति ने जोर देकर यह भी कहा कि ज़ायोनी पीएम और उनके सहयोगी सजा से बच नहीं पाएंगे। इन लोगों का हश्र जर्मनी के क्रूर शासक एडोल्फ हिटलर और युद्ध अपराधियों जैसा ही होगा।
अर्दोग़ान ने कहा कि ग़ज़्ज़ा में 36 हजार से अधिक लोग ऐसे लोगों की हरकतों से शहीद हो गए, जिन्हें वे कसाई और हत्यारे कहते हैं। ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी हमले पर तत्काल रोक लगाने के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के आदेश के बावजूद इस्राईल मान नहीं रहा है। उसने न्यायालय के आदेश के बाद रफह में शरणार्थी शिविर पर 'आपराधिक हमला' किया। बेंजामिन नेतन्याहू और उनका हत्यारा नेटवर्क फिलिस्तीनी प्रतिरोध को हराने में नाकाम होने पर आम लोगों का नरसंहार करके सत्ता पर पकड़ मजबूत करना चाह रहा है।