ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने 14 जून को आयोजित होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जनता की व्यापक एवं भारी उपस्थिति को क्रांति एवं इस्लामी व्यवस्था के लिए शुभ समाचार एवं उपलब्धियों भरा बताया है।
सोमवार को इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैय्यद अली ख़ामेनई ने इमाम हुसैन (अ) विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को उपयुक्त उम्मीदवार के चयन के लिए उम्मीदवारों के नारों और दावों का गहन आंकलन करना चाहिए तथा इसी प्रकार राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशियों से कहा कि इस्लामी व्यवस्था की मज़बूती के लिए बहुत ही समझदारी और बुद्धिमानी से क़दम उठाएं तथा अनैतिक एवं विनाशकारी गतिविधियों से बचें।
वरिष्ठ नेता ने जनता को चुनाव में भाग लेने से रोकने के लिए राष्ट्र के शत्रुओं के प्रयासों की ओर संकेत करते हुए कहा कि इस दुष्प्रचार का मूल कारण यह है कि अगर लोग बढ़चढ़कर चुनाव में भाग लेंगे तो उनकी साज़िशों पर पानी फिर जाएगा।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने ईरान के राष्ट्रपति चुनाव के बारे में बयानबाज़ी के संदर्भ में कहा कि वे लोग ईरान के चुनाव के बारे में बयान दे रहे हैं कि जिनके दामन पर ग्वान्तानामों जेल, पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के पिछड़े इलाक़ों के नागरिकों के सरों पर बम बरसाते ड्रोन विमान एवं अपराधी ज़ायोनी शासन का स्पष्ट समर्थन जैसे अपराधों के दाग़ हैं।