ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी सेना की ओर से जारी फिलिस्तीनी बेगुनाहों का जनसंहार विकराल रूप लेने से एक कदम दूर है। हाल ही में ज़ायोनी सेना और हिज़्बुल्लाह के बीच बड़े तनाव ने पूरी दुनिया को संकट में डाल दिया है। हिज़्बुल्लाह ने साफ़ शब्दों में ऐलान किया है कि वह मक़बूज़ा फिलिस्तीन के संवेदनशील ठिकानो को निशाना बनाने की क्षमता रखता है। वहीं अमेरिका ने तनाव कम करने के लिए अपने दूत को लेबनान यात्रा पर भेजा है।
ज़ायोनी हमले मे हिज़्बुल्लाह कमांडर अबुतालिब की शहादत के बाद से ही मक़बूज़ा फिलिस्तीन के नॉर्दर्न बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है और किसी भी वक्त यह तनाव एक बड़ी जंग का रूप ले सकता है। अपने कमांडर की मौत के कुछ ही घंटों बाद हिज़्बुल्लाह ने ज़ायोनी शासन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए करीब 200 रॉकेटों की बरसात की थी, जिसके बाद पूरे नॉर्दन इस्राईल में डर का माहौल बन गया। ज़ायोनी सेना ने 18 जून को कहा कि ‘लेबनान ऑपरेशन प्लान’ को IDF के नॉर्दन कमांड चीफ मेजर जनरल ओरी गॉर्डिन और ऑपरेशनल चीफ ओडेड बासियुक से मंजूरी मिल गई है, जिसके बाद हिज़्बुल्लाह के खिलाफ व्यापक युद्ध छेड़ा जा सकता है। लेकिन हिज़्बुल्लाह के इस एलान के बाद ज़ायोनी सेना, उसके एयर डिफेंस, इंटेलिजेंस और सर्विलांस यूनिट से लेकर सरकार की भी नींद उड़ गई है।
हिज़्बुल्लाह ने एक वीडियो जारी की है, जिसमें उसके ड्रोन को मक़बूज़ा फिलिस्तीन के आसमान पर उड़ता दिखाया गया है। 9 मिनट की इस फुटेज में टोही ड्रोन को किरयात शमोना, नहरिया, सफद, कारमील, अफुला कस्बों से लेकर हैफा पोर्ट तक उड़ते हुए दिखाया गया है। इन फुटेज में ज़ायोनी सेना की कई संवेदनशील साइट्स को भी मार्क किया गया है। ज़ायोनी शासन के लिए चिंता की बात यह भी है कि यह ड्रोन बिना उसकी रडार में आए वापस लेबनान भी लौट गया है। ड्रोन ने उस रडार को चकमा दिया है, जिसको इस्राईल दुनिया का सबसे अच्छा एयर डिफेंस सिस्टम बताता है।