राष्ट्रपति और ईरानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य तेहरान में इस्लामी व्यवस्था के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. के हरम में हाज़िर हुए और स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी रह. की आकांक्षाओं के प्रति वचनबद्धता जताई।
राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान और ईरानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य सरकार का हफ़्ता या सत्ता सप्ताह आरंभ होने के अवसर पर इस्लामी व्यवस्था के संस्थापक के रौज़े में हाज़िर हुए।
प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति मसऊद पिज़िश्कियान ने इस समारोह में कहा कि ईरानी सरकार के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य अपने उन वचनों के प्रति कटिबद्ध हैं जो उन्होंने लोगों को दिया है।
राष्ट्रपति ने इसी प्रकार ग़ज़ा पट्टी और पश्चिम एशिया में ज़ायोनी सरकार के अपराधों की ओर संकेत करते हुए कहा कि अगर मुसलमान अल्लाह की रस्सी को थामे होते यानी एकजुट होते तो ज़ायोनी सरकार क्षेत्र में इन अपराधों को अंजाम देने का दुस्साहस न करती।
उल्लेखनीय है कि (राष्ट्रपति) मोहम्मद अली रजाई और (प्रधानमंत्री) हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मद जवाद बाहुर की शहीदत के उपलक्ष्य में शहरीवर महीने के पहले हफ़्ते को ईरान में सत्ता सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
वर्ष 1981 में प्रधानमंत्री कार्यालय में आतंकवादी गुट एमकेओ के तत्वों ने बम का धमाका किया था जिसमें तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद अली रजाई और प्रधानमंत्री मोहम्मद जवाद बाहुनर शहीद हो गये थे।