इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने देश के नए राष्ट्रपति और नई सरकार से जल्दबाज़ी से बचते हुए अथक प्रयास करने की सिफ़ारिश की है। आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने शनिवार की रात नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी के राष्ट्रपति पद की पुष्टि समारोह में कहा कि देश में पाई जाने वाली समस्त संभावनाओं से लाभ उठाते हुए ठोस क़दम उठाए जाएं। उन्होंने नए राष्ट्रपति के इस विचार का समर्थन करते हुए कि अन्तर्राष्ट्रीय संबन्धों में दूरदर्शिता का प्रयोग किया जाए कहा कि इस विषय के दृष्टिगत कि ईरान के शत्रु एसे हैं जो तार्किक बातों और बुद्धिमानी से दूर हैं कहा कि नई सरकार का यह दायित्व बनता है कि वह इस्लामी गणतंत्र ईरान के उद्देश्यों को दृष्टिगत रखते हुए अपने कार्यों को बुद्धिमानी और दूरदर्शिता से आगे बढ़ाए। आयतुल्ला ख़ामेनेई ने डा. महमूद अहमदी नेजाद की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि ईरान में प्रगति की प्रक्रिया रूकने वाली नहीं है। इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने ईरानी राष्ट्र के साथ शत्रु के मोर्चे विशेषकर अमरीका के शत्रुतापूर्व व्यवहार की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह व्यवहार जनता के लिए समस्याओं का कारण तो बना है किंतु इसने ईरानी जनता और अधिकारियों को मूल्यवान पाठ भी दिये हैं।