मिस्र में पुलिस ने सैन्य विद्रोह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे दर्जनों लोगों को गिरफ़्तार किया और इख़्वानुल मुस्लेमीन के हज़ारों कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों पर आंसू गैस के गोले फ़ायर किए। ये लोग 3 जुलाई को सेना द्वारा अपदस्थ किए गए राष्ट्रपति मोहम्मद मुरसी की बहाली की मांग कर रहे थे।
प्रेस टीवी के अनुसार सैन्य विद्रोह के ख़िलाफ़ लोगों ने राजधानी क़ाहेरा सहित अनेक मिस्री शहरों में जुमे की नमाज़ के बाद प्रदर्शन किए।
मिस्र के गृह मंत्रालय के अनुसार 30 लोगों को राजधानी क़ाहेरा में गिरफ़्तार किया गया जबकि 43 लोगों को 7 प्रान्तों से गिरफ़्तार किया गया।
प्रदर्शनकारी सेना के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे थे और उनके हाथों में इख़्वानुल मुस्लेमीन के उन सदस्यों की तस्वीरें थीं जिन्हें सेना समर्थित सरकार ने सैन्य विद्रोह के ख़िलाफ़ प्रदर्शन के समय हताहत किया था।
प्रदर्शनकारी सैन्य शासन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।