अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने कहा है कि उनका देश तबतक अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा समझौता नहीं करेगा जब तक वह हवाई हमले नहीं रोकता। करज़ई ने संवाददाताओं से कहा कि हम यह मानते हैं कि अफ़ग़ानिस्तान में घरों की सुरक्षा और शांति प्रक्रिया की शुरूआत निश्चित तौर पर पूर्व शर्तों में से है। उन्होंने कहा कि काबुल उस समय तक वाशिग्टन के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा समझौता नहीं करेगा जब तक वह हवाई हमले करना और घरों पर छापे मारना नहीं रोकता। हामिद करज़ई ने यह भी कहा कि तालिबान के साथ विलंबित शांति प्रक्रिया शुरू करने में भी जबतक अमरीका मदद नहीं करता उस समय तक समझौते पर हस्ताक्षर संभव नहीं हैं। अमेरिका से अपनी स्थिति पर फिर से विचार करने को कहते हुए अपनी भारत यात्रा के दौरान करज़ई ने कहा कि भारत भी इस बात को समझता है कि अफ़ग़ानिस्तान उस समझौते पर दस्तखत करने को लेकर बहुत सतर्क क्यों है जिससे अगले साल विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी का प्रारूप तैयार होगा।