आयतुल्लाह मोवह्हेदी किरमानी ने ईरान की परमाणु वार्ता टीम को होशियार रहने की सिफ़ारिश की है। तेहरान की नमाज़े जुमा के भाषण में आयतुल्लाह मुहम्मद अली मोवह्हेदी किरमानी ने कहा कि ईरान की परमाणु वार्ता टीम को चाहिए कि वार्ता के दौरान वह राष्ट्रीय हितों पर किसी भी प्रकार की आंच न आने दे। उन्होंने जनेवा में जारी परमाणु वार्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि ईरान की परमाणु वार्ता टीम को चाहिए कि वह इस्लामी क्रांति के स्वाभिमान और मान-सम्मान को सर्वोपरि रखे। आयतुल्लाह किरमानी ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि ईरानी जनता परमाणु वार्ता में पूर्ण पारदर्शिता की इच्छुक है कहा कि देश की परमाणु वार्ता टीम को सामने वाले पक्ष की विस्तारवादी सोच के मुक़ाबले में पूर्ण रूप से होशियार रहने की आवश्यकता है। उन्होंने सीरिया से संबन्धित जनेवा में होने वाले सम्मेलन में अमरीका की ओर से ईरान की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान जैस प्रभावशाली देश के लिए यह उचित नहीं है कि वह इस सम्मेलन में आधिकारिक रूप से उपस्थित न होकर अनौपचारिक रूप में उपस्थित हो। आयतुल्लाह मोवह्हेदी किरमानी ने इस्लामी देशों विशेषकर सीरिया और इराक़ में वहाबी आतंकवादियों की हिंसक गतिविधियों का उल्लेख करते हुए मुस्लिम धर्मगुरूओं से मांग की है कि वे इन आतंकवादियों की वासतविकता से विश्ववासियों को अवगत करवाएं।