मिस्र के सरकारी संस्थानों और मौजूदा सरकार के समर्थकों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार नए संविधान के मसौदे पर होने वाला रेफ़रेंडम में जनता की भागीदारी काफी कम रही है। मिस्र की विपक्षी पार्टी वतन के उप महासचिव यसरी हम्माद ने मिस्र के चुनाव आयोग के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि नए संविधान के मसौदे पर होने वाले रेफ़रेंडम में मतदाताओं की भागीदारी बहुत कम रही है। मिस्र के उक्त नेता ने कहा कि देश दस राज्यों विशेषकर पोर्ट सईद और सीना में मतदाताओं की संख्या बहुत ही कम रही और कुछ क्षेत्रों में तो एक भी वोट नहीं पड़े।
उनका कहना था कि ऐसे कई मतदान केन्द्र हैं जहां एक भी व्यक्ति ने वोट नहीं डाला। यह ऐसी स्थिति में है कि मिस्र के चुनाव आयोग ने कहा है पहले रेफ़रेंडम के लिए पहले दिन के मतदान में मतदाताओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और मिस्री होम मिनिस्ट्री ने भी एक बयान में कहा है कि रेफ़रेंडम बहुत ही अच्छे ढंग से आयोजित हुआ इस बीच सूचना हैं कि रेफ़रेंडम के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों में ग्यारह लोग मारे हैं। मिस्र की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी करके ऐलान किया कि मंगलवार को विभिन्न शहरों में झड़पों में ग्यारह लोग मारे गए और चालीस से अधिक घायल हो गए हैं।