अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने काबुल - वाशिंगटन सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर के लिए किसी भी प्रकार की समय सीमा निर्धारित किए जाने का विरोध करते हुए कहा है कि दोनों पक्ष, इस संबंध में सहयोग कर सकते हैं। सूत्रों के अनुसार अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करज़ई ने आज एक बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के वार्षिक भाषण का स्वागत करते हुए इस बात को सकारात्मक क़दम बताया है कि इस भाषण में काबुल-वाशिंगटन सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर के लिए किसी भी प्रकार की समय सीमा के निर्धारण की ओर कोई संकेत नहीं किया गया है।
उन्होंने एकजुट अफ़ग़ानिस्तान पर ओबामा के बल को काबुल की दीर्घावधि सहमति और द्विपक्षीय हितों से संबंधित बताया और अफ़ग़ानिस्तान में शांति प्रक्रिया की शुरुआत के लिए काबुल-वाशिंगटन सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने वार्षिक भाषण में कहा था कि अफ़ग़ान सरकार की ओर से सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर की स्थिति में इस देश में कुछ अमेरिकी सैनिक ही रहेंगे। यह ऐसी स्थिति में है कि काबुल-वाशिंगटन सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर के लिए अमेरिकी मांग के मुक़ाबले में अफ़ग़ानिस्तान की सरकार अब तक डटी हुई है और हामिद करज़ई ने तालेबान के साथ शांति वार्ता की शुरुआत में अमेरिकी सहायता और सहयोग को समझौते पर हस्ताक्षर से सशर्त किया है