ईरान की राजधानी तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम ने इस्लामी क्रांति की वर्षगांठ के अवसर पर व्यापक एवं भव्य समारोहों के आयोजन का आहवान किया है।
आयतुल्लाह सैय्यद अहमद ख़ातेमी ने जुमे की नमाज़ के भाषणों में कहा कि इमाम ख़ुमैनी के नेतृत्व में सन् 1979 में सफलता प्राप्त करने वाली ईरान की इस्लामी क्रांति की वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित होने वाले समारोहों का आयोजन आम जनता के स्तर पर होना चाहिए।
इसी प्रकार आयतुल्लाह ख़ातेमी ने अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेश मंत्री जॉन केरी द्वारा ईरान को दी जाने वाली धमकियों की ओर संकेत करते हुए कहा कि अब यह धमकियां केवल गीदड़ भभकियां है और ईरानी राष्ट्र उसी स्तर पर प्रतिरोध की संस्कृति द्वारा उनका उत्तर देगा।
आयतुल्लाह ख़ातेमी ने ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के इस आश्वासन की ओर संकेत करते हुए कि ईरान परमाणु बम नहीं बनाएगा, कहा कि अमरीका एक ऐसा देश है कि जिसने जापान के नागासाकी और हिरोशीमा शहरों पर परमाणु बम मार कर हज़ारों लोगों का नरसंहार किया है।
अमरीका द्वारा हिज़्बुल्लाह को आतंकवादी गुट बताने की निंदा करते हुए आयतुल्लाह ख़ातेमी ने कहा कि हिज़्बुल्लाह आतंकवादी गुट नहीं है, इसलिए कि उसने सदैव इस्राईल के अतिक्रमणों के मुक़ाबले में लेबनान की रक्षा की है।