भारत के विदेश मंत्री सलमान ख़ुर्शीद का कहना है कि उनका देश ईरान और पाकिस्तान प्राकृतिक गैस पाइपलाईन परियोजना से पुनः जुड़ सकता है।
शुक्रवार को प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सलमान ख़ुर्शीद ने कहा कि अगर सभी पक्ष गंभीर हों तो हम पाकिस्तान के माध्यम से ईरान और मध्य एशिया से प्राकृतिक गैस का आयात करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की क्षेत्रीय परियोजनाओं से अंतर-निर्भरता उत्पन्न होती है जिससे भारत एवं पाकिस्तान के बीच लंबी अवधि तक के लिए सहयोग में वृद्धि होगी।
ग़ौरतबल है कि मई 2013 में भी ख़ुर्शीद ने ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाईन परियोजना में शामिल होने के लिए नई दिल्ली की इच्छा से अवगत कराया था।
ईरान और पाकिस्तान ने 1995 में गैस पाइपलाईन के समझौते पर कि जिसे शांति पाइपलाईन का नाम दिया गया था हस्ताक्षर किए थे। उसके बाद ईरान ने इस पाइपलाईन को भारत तक ले जाने का प्रस्ताव दिया । 1999 में भारत और ईरान के बीच एक प्रस्तावित समझौते पर हस्ताक्षर हुए। लेकिन अमरीकी दबाव के सामने झुकते हुए 2009 में भारत इस परियोजना से पीछे हट गया।