इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाह हिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा है कि जनसंख्या बढ़ाने और देश में किशोरों की जनसंख्या की कमी की प्रक्रिया को रोकना अत्याधिक महत्त्वपूर्ण मामला है जिस पर गंभीरता से कार्यवाही होनी चाहिए।
वरिष्ठ नेता ने विश्व दाया दिवस के अवसर पर मिडवाइफ़ संस्था के अधिकारियों से भेंट में समाज की स्वास्थ्य सेवाओं और इसी प्रकार मानव पीढ़ी को आगे बढ़ाने में इस वर्ग की भूमिका को अत्यधिक महत्त्वपूर्ण बताया और समाज में दाइयों की सेवाओं के महत्व पर बल दिया।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कहा कि युवाओं की जनसंख्या में वृद्धि देश के लिए एक विशिष्टता है और यदि वर्तमान ग़लत नीतियां और कार्यवाहियां जारी रहीं तो आगामी वर्षों में देश में युवाओं की संख्या में असाधारण कमी हो जाएगी और देश को सार्वाजनिक वृद्धावस्था जैसी बड़ी समस्या का सामना करना पड़ेगा।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि युवा जनसंख्या के बिना देश का अर्थ, विकास, उत्साह व जोश से वंचित देश होता है, इसी लिए जनसंख्या में वृद्धि के कार्यक्रम पर गंभीरता के साथ काम किया जाना चाहिए ।
याद रहे कि इस्लामी गणतंत्र ईरान में विभिन्न कारणों से जनसंख्या में तेज़ी से कमी की समस्या उभरने लगी है जिसके कारण देश के अधिकारी इस समस्या के निवारण के लिए कार्यक्रम तैयार कर रहे हैं।