अतिग्रहित फ़िलिस्तीन के अलख़लील शहर में ज़ायोनी कालोनी में ज़ायोनी धर्मगुरु दोफ़ लिओर ने एक फ़त्वा जारी किया है जिसके अनुसार ग़ज़्ज़ा के सभी फ़िलिस्तीनियों का जनसंहार होना चाहिए और ग़ज़्ज़ा को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया जाए।
फ़िलिस्तीन इन्फ़ार्मेशन सेंटर के हवाले से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार दोफ़ लिओर ने एक फ़तवे में जो ज़ायोनी वेबसाइटों पर व्यापक स्तर पर प्रसारित हुआ है, कहा है, इस्राईल की तौरैत जीवन के सभी विशेष व आम चरणों और इसी प्रकार जंगों में व्यवहवार की शैली के बारे में हमारा मार्गदर्शन करती है। उन्होंने कहा कि ग़ज़्ज़ावासी हमारे दुश्मन हैं और जंग के निशाने पर हैं।
ज़ायोनी धर्मगुरु ने कहा, “ सभी जंगों में आक्रमण का निशाना बनने वाले राष्ट्र को यह अधिकार है कि वह आक्रमणकारी के ख़िलाफ़ कार्यवाही करे और उसके लिए यह जानना ज़रूरी नहीं है कि सामने वाला व्यक्ति लड़ने वालों में शामिल है या नहीं।”
लिओर ने कहा कि यही कारण है कि युद्ध के मौक़ों पर जो लोग हमले का निशाना बनते हैं उन्हें इस बात की अनुमति है कि दुश्मन के ख़िलाफ़ कार्यवाही करें और हर उचित क़दम उठाएं, जैसे बिजली की कटौती, या पूरे क्षेत्र को बमबारी से ध्वस्त करना। यह फ़तवा ईलान विश्वविद्यालय में एक यहूदी शिक्षक के भाषण के एक हफ़्ते बाद जारी हुआ है। यहूदी प्रोफ़ेसर ने कहा था कि प्रतिरोधकर्ताओं की बहनों और महिलाओं के साथ पूर्व रोकथाम के साधन के रूप में दुराचार करें।