भारत के जमीअते ओलमाए हिंद नामक संगठन ने इस देश में अतिवादी हिंदुओं की ओर से मुसलमानों के विरुद्ध सांप्रदायिकता पर आधारित कार्यवाहियों की निंदा की है।
मौलाना महमूद असअद मदनी ने भारत में बढ़ती सांप्रदायिकता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों को कमज़ोर करने के लिए सैक्यूलर लोगों को सामने आना होगा। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति और विकास में मुसलमानों की भी भूमिका रही है। मौलाना मदनी ने कहा कि भारत का इतिहास और देश की संस्कृति शताब्दियों पुरानी है। उन्होंने कहा कि यहां पर शताब्दियों से विभिन्न धर्मों और पंथों के लोग रहते आए हैं किंतु उनके बीच सौहार्दपूर्ण संबन्ध रहे हैं। मौलाना ने कहा कि पिछले कुछ समय से चरमपंथियों ने इस सौहार्दपूर्ण वातावार को दूषित करने के प्रयास तेज़ कर दिये हैं जिसमें दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है।
जमीअते ओलमाए हिंद के अध्यक्ष ने कहा कि देश में इस भाईचारे के माहौल को बाक़ी रखने की आवश्यकता है ताकि देश को नफ़रत की आग में जलने से बचाया जा सके।