इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पूरी दुनिया में कहीं भी अगर कोई वर्चस्ववाद व साम्राज्य के खिलाफ खड़ा होता है तो इस्लामी गणतंत्र ईरान उसका समर्थन करेगा ।
वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने मंगलवार को बोलिविया के राष्ट्रपति एवो मोरालिस से मुलाकात में साम्राज्यवाद और युवाओं की पहचान बदलने हेतु अमरीका की खतरनाक नीतियों के सामने बोलिविया तथा लेटिन अमरीका के अन्य देशों के संर्घष की सराहना करते हुए कहा कि संकल्प में मज़बूती और सहयोग व संपर्क में वृद्धि करके इस प्रकार की वर्चस्ववादी नीतियों के सामने डट जाना चाहिए।
वरिष्ठ नेता ने साम्राज्यवादी अमरीका के साथ संघर्ष को बोलिविया के लिए तेल के राष्ट्रीयकरण से भी अधिक महत्वपूर्ण बताया और कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान विश्व में कहीं भी वर्चस्ववाद और साम्राज्य के सामने खड़े होने वाले का साथ देता है।
इस भेंट में बोलिविया के राष्ट्रपति ने भी वरिष्ठ नेता से भेंट पर अपनी प्रसन्नता प्रकट करते हुए अन्य देशों के आतंरिक मामलों में अमरीकी हस्तक्षेप को एक बड़ी समस्या बताया और कहा कि सत्ता में आने के साथ ही ईरान के साथ संबंध के सदंर्भ में अमरीका की चेतावनी पर मैंने बल दिया कि हमारा देश एक स्वाधीन देश है और अन्य देशों के साथ संबंध स्थापना में हमें किसी से अनुमति लेने की ज़रूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि ईरान और बोलिविया दो इतिहासिक, सांस्कृतिक व जन तांत्रिक घटक हैं और हमें आशा है कि विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के संबंधों में अधिक विस्तार होगा और उनका देश सदैव ईरान के रुख़ की सराहना करता है।
बोलिविया के राष्ट्रपति ने वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई को समस्त स्वाधीन क्रांतियों विशेषकर लेटिन अमरीका की क्रांति का पितामाह और मार्गदर्शक बताया औकर कहा कि हमने आप के मूल्यवान व प्रेरणादायक व आशाजनक बयानों से बहुत कुछ सीखा है।