अरब हुकूमतें मज़लूम फ़िलिस्तीनी अवाम के हक़ में अपनी इस्लामी ग़ैरत का मुज़ाहिरा करें

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अरब हुकूमतें मज़लूम फ़िलिस्तीनी अवाम के हक़ में अपनी इस्लामी ग़ैरत का मुज़ाहिरा करें

हुज्जतुल इस्लाम हामिद मोहम्मदी ने कहा,अरब देशों की सरकारों को चाहिए कि वे पीड़ित फिलिस्तीनी जनता के समर्थन में अपनी इस्लामी आत्म सम्मान और ग़ैरत का प्रदर्शन करें।

उस्तादों, छात्रों और उलमा की बेसिज़ तंजीम संगठन के प्रमुख हुज्जतुल इस्लाम हामिद मोहम्मदी ने हाल ही में फिलिस्तीन की मजलूम अवाम के खिलाफ ज़ायोनी अत्याचारों की कड़ी निंदा करते हुए एक बयान जारी किया है उनके इस बयान का पूरा पाठ निम्नलिखित है:

بسم اللہ الرحمن الرحیم

امیرالمؤمنین علیہ السلام نے فرمایا: "کُونَا لِلظَّالِمِ خَصْماً وَ لِلْمَظْلومِ عَوْناً"

यह जाली, नस्लवादी और मासूम बच्चों की क़ातिल ज़ायोनी रेजीम, अमेरिका और दूसरी गैर-इंसानी हुकूमतों की सरपरस्ती में ग़ज़्ज़ा पट्टी और दूसरे मक़बूज़ा फिलिस्तीनी इलाकों में ज़मीन और फिज़ा से बेकसूर अवाम, औरतों और बच्चों पर हमले कर रही है।

यह हमले एक बार फिर ज़ायोनियों और उनके इलाकाई व आलमी हामीयों की जंगी और जालिम फितरत को बेनक़ाब करते हैं।हम अरब हुकूमतों से सवाल करते हैं,क्या अब भी वह वक़्त नहीं आया है कि आप अपनी इस्लामी ग़ैरत का मुज़ाहिरा करें?
क्या आप उस दिन से नहीं डरते जब अल्लाह तआला आपसे इस जुल्म पर खामोशी की पूछताछ करेगा?

हामिद मोहम्मदी
उस्तादों, छात्रों और उलमा की बेसिज़ तंजीम के प्रमुख

 

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