हुसैनी मूवमेंट ने इस साल भी #KhomeiniForAll नाम से एक खास ट्विटर मुहिम चलाई जो इमाम रुहुल्लाह मूसा ख़ुमैनी र.ह. की बरसी पर शुरू हुई यह ऑनलाइन मुहिम लगातार आठवें साल हो रही है और 2 जून से 8 जून तक जारी रहेगी इसका मकसद इमाम ख़ुमैनी (रह.) की याद को ताज़ा करना और उनके पैग़ाम को पूरी दुनिया में फैलाना है।
हुसैनी मूवमेंट ने इस साल भी #KhomeiniForAll नाम से एक खास ट्विटर मुहिम चलाई जो इमाम रुहुल्लाह मूसा ख़ुमैनी र.ह. की बरसी पर शुरू हुई यह ऑनलाइन मुहिम लगातार आठवें साल हो रही है और 2 जून से 8 जून तक जारी रहेगी इसका मकसद इमाम ख़ुमैनी (रह.) की याद को ताज़ा करना और उनके पैग़ाम को पूरी दुनिया में फैलाना है।
इस साल यह हैशटैग भारत, ईरान, यूरोप, नाइजीरिया और कई दूसरे देशों में सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता रहा। लोगों ने इस टैग के साथ इमाम ख़ुमैनी (रह.) के बातें, पुराने वीडियो, तस्वीरें और उनके सोच-विचार शेयर किए।
हुसैनी मूवमेंट ने दुनिया के कई हिस्सों में अपने साथियों के ज़रिए ऑनलाइन और कुछ जगहों पर सीधे कार्यक्रम रखे। इन कार्यक्रमों में लाइव वीडियो, पोस्टर, और बातचीत के सेशन हुए जिनमें खास तौर पर नौजवानों को इमाम ख़ुमैनी (रह.) की सोच और उनकी ज़िंदगी से जोड़ने की कोशिश की गई।
इस मुहिम में ईरान के दूतावास, संस्कृति केंद्र और अलग-अलग देशों के नामी विद्वान, आलिम और समाजसेवी भी शामिल हुए। उन्होंने इमाम ख़ुमैनी (रह.) की रहबरी, उनके इंकलाब, और आज के दौर में उनके पैग़ाम की अहमियत पर बात की।
#KhomeiniForAll की ये मुहिम दिखाती है कि इमाम ख़ुमैनी (रह.) का असर आज भी ज़िंदा है। उनकी बातों और उनके रास्ते पर चलने वाले लोग आज भी दुनिया के हर कोने में मौजूद हैं।