अरबईन पद यात्रा में महिलाओं की भागीदारी का शरई हुक्म

Rate this item
(0 votes)
अरबईन पद यात्रा में महिलाओं की भागीदारी का शरई हुक्म

हज़रत आयतुल्लाह सय्यद अली ख़ामेनेई ने अरबईन ज़ियारती मार्च में महिलाओं की पैदल भागीदारी से संबंधित एक सवाल का जवाब दिया है।

अरबईन की ज़ियारत दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है और हमेशा से अहले-बैत (अ) के श्रद्धालुओं और जाएरीन के लिए आकर्षण का केंद्र रही है। इस अवसर पर, कुछ महिलाओं ने पूछा कि क्या शरई हुक्म के अनुसार उनके लिए इस तीर्थयात्रा में भाग लेना जायज़ है। इस संबंध में, हज़रत आयतुल्लाह ख़ामेनेई ने एक सवाल के जवाब में स्पष्टीकरण दिया।

प्रश्न: अरबईन पद यात्रा में महिलाओं के भाग लेने पर शरई हुक्म क्या है?

उत्तर: यदि शरीयत की सीमाओं, कानूनों और संबंधित नियमों का पालन किया जाता है, तो महिलाओं के लिए अरबईन मार्च में पैदल भाग लेना जायज़ है और इसमें कोई बुराई नहीं है।

 

 

Read 5 times