अलमुस्तफा इंटरनेशनल करआनी फेस्टिवल;इस्लाम में वहदत और मअरिफ ए अहलेबैत अ.स.से लगाव का केंद्र

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अलमुस्तफा इंटरनेशनल करआनी फेस्टिवल;इस्लाम में वहदत और मअरिफ ए अहलेबैत अ.स.से लगाव का केंद्र

जामिअतुल मुस्तफा के सांस्कृतिक और प्रशिक्षण मामलों के संरक्षक ने कहा,अल्हम्दुलिल्लाह, "इकतीसवां अलमुस्तफा अंतरराष्ट्रीय कुरआनी और हदीसी महोत्सव" आयोजित हो रहा है और यह महोत्सव विश्व इस्लाम में एकता और अहल ए बैत अलैहिस्सलाम के ज्ञान से लगाव का केंद्र है।

जामिअतुल मुस्तफा के सांस्कृतिक और प्रशिक्षण मामलों के संरक्षक और इस फेस्टिवल की नीति निर्धारक परिषद के अध्यक्ष हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सालेह ने इकतीसवें अलमुस्तफा अंतरराष्ट्रीय कुरआनी और हदीसी फेस्टिवल" के आयोजन के मौके पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस महान अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के उद्देश्यों नीतियों और उपलब्धियों की विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने इस फेस्टिवल के इल्मी और कुरआनी क्षेत्र में बेमिसाल स्थान की ओर इशारा करते हुए कहा, यह फेस्टिवल कुरान, हदीस और दुआ से लगाव बढ़ाने और उसे बढ़ावा देने के उद्देश्य से जामिअतुल मुस्तफा के उपसंस्थानों के छात्रों और स्नातकों के बीच आयोजित किया जाता है।

इसकी विशेषता है कि यह बहु राष्ट्रीयता, विभिन्न क्षेत्रों और व्यापक भौगोलिक क्षेत्र को समेटे हुए एक अनूठा कार्यक्रम है। इस वर्ष का फेस्टिवल दुनिया के 20 से अधिक देशों में एक साथ आयोजित होगा।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन सैयद सालेह ने कहा,इस वर्ष के फेस्टिवल को प्रतिभागियों की ओर से जबरदस्त रुचि मिली है। अब तक 688 लोग पंजीकृत हो चुके हैं, जिनमें 378 पुरुष और 310 महिलाएं शामिल हैं, और उम्मीद है कि पंजीकरण की अवधि समाप्त होने तक यह संख्या और बढ़ेगी। पिछले वर्ष के फेस्टिवल में लगभग 19 हजार लोग देश के अंदर और 2369 से अधिक लोग विदेशों से शामिल हुए थे, जो इस कार्यक्रम की व्यापक पहुंच को दर्शाता है।

जामिअतुल मुस्तफा के सांस्कृतिक और प्रशिक्षण मामलों के संरक्षक ने बताया: इस वर्ष के फेस्टिवल की खास विशेषताओं में "नहजुल बलाग़ा" और "सहीफ़ा सज्जादिया" पर विशेष ध्यान शामिल है।

कुरान के हिफ़्ज के साथ-साथ नहजुल बलाग़ा के लिए 7 और सहीफ़ा सज्जादिया के लिए भी 7 विशेष विभाग बनाए गए हैं। इसी तरह "विषयगत कुरान हिफ़्ज़", "काक दुआ और ज़ियारत का हिफ़्ज़", और "कुरानी और हदीसी खिताबत" (फारसी, अरबी, अंग्रेजी और उर्दू में) को भी शामिल किया गया है। कुरानी और हदीसी खुत्बात का विषय "जिहाद और मुक़ावमत" रखा गया है, जो विश्व इस्लाम की प्राथमिकताओं में से एक है।

उन्होंने अंत में कहा, यह भी तय किया गया है कि फेस्टिवल के समापन समारोह में चयनित प्रतिभागियों को सम्मानित किया जाएगा, साथ ही कुरान के सेवकों, उत्कृष्ट संगठनों, कुरानी केंद्रों, दारुल कुरान और प्रमुख परिवारों की भी प्रशंसा की जाएगी।

 

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