इज़राईली पर यमन द्वारा किए गए सफल ड्रोन हमलों पर ज़ायोनी कब्ज़े और अमेरिकी दमन के खिलाफ लड़ रहे फिलिस्तीनी प्रतिरोध ने बधाई दी है।
इज़राईली कब्ज़े और अमेरिकी दमन के खिलाफ लड़ रहे फिलिस्तीनी प्रतिरोध ने कब्जाए में लिए गए इलाकों में यमन के सफल ड्रोन हमलों पर बधाई दी है ध्यान रहे कि इन हमलों में ज़ायोनी कब्ज़े को भारी जानी नुकसान पहुंचा है।हिब्रू स्रोतों के अनुसार, कब्जा में लिए गए इलाकों पर यमनी ड्रोन हमले में घायलों की संख्या पचास हो गई है।
इन हमलों के बाद फिलिस्तीनी प्रतिरोध ने इस बात पर जोर दिया है कि यमनियों ने इज़राईली के घमंड और अहंकार को नष्ट कर दिया है और इजरायल की रक्षा, सैन्य और खुफिया प्रणालियों की नाजुकता और कमजोरी को उजागर किया है बयान में कहा गया है कि वे अपने मुजाहिद भाइयों और यमनी अधिकारियों को बधाई देते हैं।
फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलनों ने आगे कहा है कि ऐलात में यमनियों का बहादुरी भरा ऑपरेशन इस बात का सबूत है कि यमनी सशस्त्र बल रचनात्मक क्षमताओं, कौशल, सटीकता और विकास के उस स्तर पर पहुंच गए हैं जो उन्हें ज़ायोनियों के अहंकार और झूठे घमंड को चकनाचूर करने और नष्ट करने में सक्षम बनाता है।
बयान में आगे कहा गया कि यमन में धन्य ऑपरेशन, ईमानदारी से काम करने का संकल्प और यमनी सेना व जनता का दृढ़ और अटल संकल्प इस्लामी उम्माह की आवाज और प्रतिरोध का वास्तविक नमूना है।
फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलनों ने जोर देकर कहा है कि यमनियों का संकल्प और साहस साबित करता है कि यमनी लोग अजेय हैं और वे जो बलिदान और भारी कीमत चुका रहे हैं वह वास्तव में दुश्मनों को भारी नुकसान पहुंचाने का कारण बनते हैं।
बयान के अनुसार, ऑपरेशन ऐलात ने इजरायली सरकार के वायु रक्षा और पूरे सैन्य व खुफिया तंत्र की नाजुकता और कमजोरी को उजागर किया और यह दिखाया कि नेतन्याहू और उनकी नरसंहार करने वाली ज़ायोनी कैबिनेट में मौजूद अपराधी समूह ज़ायोनी जनता को धोखा दे रहे हैं।
बयान के अंत में जोर देकर कहा गया है कि हम जिहाद और प्रतिरोध की धरती यमन में अपने भाइयों और यमन की बहादुर सेना, अंसारूल्लाह आंदोलन और यमन की बहादुर नेतृत्व को सलाम करते हैं जो फिलिस्तीनी जनता और उनके प्रतिरोध के वास्तविक समर्थक हैं।
यह बयान यमनी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता याहया सरीअ द्वारा पिछली रात एक बयान जारी करने के बाद सामने आया है, जिसमें घोषणा की गई थी कि यमनी सशस्त्र बलों ने दो ड्रोन से कब्जाए गए बंदरगाह में दो लक्ष्यों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है।ध्यान रहे कि पिछले 24 घंटों में यह यमन का दूसरा ऑपरेशन था।
यह बात गौरतलब है कि इजरायली मीडिया ने यमनी ड्रोन का मुकाबला करने में कई रक्षा प्रणालियों की विफलता को स्वीकार करते हुए इस विफलता के कारणों के बारे में कब्ज़े की सरकार की वायु सेना की जांच की सूचना दी।
आयरन डोम प्रणाली को रोकने के लिए दागे गए दो मिसाइल यमनी ड्रोन को निशाना बनाने में विफल रहे और ड्रोन कब्जाए में लिए गए इलाकों पर जा गिरा, जबकि कब्ज़े वाले हमेशा अपने हताहतों के आंकड़े छुपाते और सेंसर कर रहे हैं।हिब्रू स्रोतों ने सूचना दी है कि कब्जाए में लिए गए इलाकों पर यमनी ड्रोन हमले में घायलों की संख्या पचास हो गई है।
हिब्रू अखबार जेरूसलम पोस्ट ने इस संबंध में कहा है कि यमनियों को इजरायल की कमजोरियों का पता चल चुका है और उनका प्रभाव लगातार, विनाशकारी और अंततः घातक है।
ज़ायोनी अखबार ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि यमनी ड्रोन की कीमत मिसाइलों से कम है, लेकिन उसने काफी नुकसान पहुंचाया है, लंबी हो रही जंग में खतरे विविध हो चुके हैं। यमनी इजरायल की रक्षा प्रणाली में खाली जगह को पार करने में सफल हो गए हैं।