हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद मुहम्मद हसन अबूतोराबी फ़र्द ने कहा है कि पिछले चार दशकों से ईरान की जनता, विश्व वर्चस्ववाद का मुक़ाबला कर रही है।
तेहरान के इमामे जुमा ने अमरीकी राष्ट्रपति की ओर से परमाणु समझौते से निकल जाने की धमकी पर प्रतिक्रिया स्वरूप कहा है कि ईरानी राष्ट्र कई दशकों से पूरी शक्ति के साथ वर्चस्ववाद का मुक़ाबला कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्चस्ववादियों ने विभिन्न शैलियों से ईरानी राष्ट्र को दबाने के प्रयास किये किंतु अपने हर प्रयास में वे विफल रहे। सैयद बूतोराबी फ़र्द ने कहा कि ईरान पर युद्ध थोपना, प्रतिबंध लगाना या उसपर राजनैतिक दबाव बनाने जैसी बातें, वर्चस्ववादी शक्तियों की शैलियां रही हैं।
तेहरान के इमामे जुमा ने कहा कि जेसीपीओए सहित विभिन्न क्षेत्रों में अमरीकी उल्लंघनों के कारण ईरान की जनता और यहां के अधिकारियों ने एकमत होकर यह निर्णय लिया है कि तेहरान, विश्वसनीय देश को ही अपना सहयोगी बनाए। हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद मुहम्मद हसन अबूतोराबी फ़र्द ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि ईरानी राष्ट्र ने कभी भी वर्चस्वादी व्यवस्था पर भरोसा नहीं किया और वह किसी भी स्थिति में उसपर भरोसा नहीं करेगा।
ज्ञात रहे कि परमाणु समझौते के अन्य पक्षों के विपरीत अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प, इस समझौते को ख़तरनाक समझौता बताकर उससे निकलना चाहते हैं जबकि जेसीपीओए के अन्य सदस्य इसके विरोधी हैं।