भारतीय आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल बढ़ाने पर राजनीतिक हलकों में बहस शुरू हो गई है। राजनेताओं का कहा है कि सत्ताधारी भाजपा सेना के राजनीतिकरण करने पर तुली हुई है। सत्ताधारी पार्टी को सशस्त्र बलों को राजनीति से दूर रखना चाहिए।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल बढ़ाने को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव के बीच में थलसेना अध्यक्ष का कार्यकाल बढ़ाने की जरूरत नहीं थी। ओवैसी ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि सत्ताधारी पार्टी को सशस्त्र बलों को राजनीति से दूर रखना चाहिए।
सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के कार्यकाल को एक महीना बढ़ा दिया गया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने रविवार को जनरल पांडे के सेवा विस्तार को मंजूरी दी है। विस्तार के बाद जनरल पांडे 30 जून तक सेना के अध्यक्ष रहेंगे।
ओवैसी ने लिखा कि 'केंद्र सरकार को पहले से ही जनरल मनोज पांडे की सेवानिवृत्ति की तारीख पता होगी, ऐसे में सरकार को पहले ही नए थलसेना प्रमुख की नियुक्ति कर देनी चाहिए थी।'
'सत्ताधारी पार्टी को हमारे सशस्त्र बलों को राजनीति से दूर रखना चाहिए, लेकिन बीते एक दशक में हमने देखा है कि मोदी सरकार में हमारे सैनिकों को चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल किया गया। हमने देखा कि चीन की सीमा पर हमारे सैनिक पेट्रोलिंग नहीं कर पा रहे हैं।'
'जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल सिर्फ एक महीने के लिए बढ़ाया गया है, मतलब ये एक अस्थायी उपाय है, इससे सरकार में प्रशासन की साफ कमी दिखती है। अगर ये अक्षमता नहीं है तो इसमें कोई साजिश भी हो सकती है।'