इंकलाबे इस्लामी का बयान किया हुआ इस्लाम व कुरआन और अहलेबैत अ.स.की हाकीकी शिक्षाओं के अनुसार एक सच्चा और तार्किक इस्लाम है और किसी भी अतिशयोक्ति और अतिवाद से मुक्त हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार,हौज़ा ए इल्मिया ईरान के प्रमुख आयतुल्लाह अली रज़ा आराफी ने आज मंगलवार, 23 जुलाई को रूसी विचारकों के एक समूह के साथ एक बैठक के दौरान कहा, इस्लामी गणतंत्र ईरान और रूस के बीच राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों से दोनों देशों के बीच संबंध बहुत अच्छा हुआ हैं।
लेकिन हमें मौजूदा स्थिति से संतुष्ट नहीं होना चाहिए हमें इसे बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि रूस के साथ हमारे संबंध न केवल इन दोनों देशों के लिए बल्कि क्षेत्र के सभी लोगों के लिए फायदेमंद हैं।
हौज़ा ए इल्मिया के सुप्रीम काउंसिल के सदस्य ने कहा;इंकलाबे इस्लामी का बयान किया हुआ इस्लाम व कुरआन और अहलेबैत अ.स.की हाकीकी शिक्षाओं के अनुसार एक सच्चा और तार्किक इस्लाम है और किसी भी अतिशयोक्ति और अतिवाद से मुक्त हैं।
इस बैठक के दौरान अपने दूसरे बयान में ईरान के हौज़ा ए इलमिया के प्रमुख ने ईरान की इस्लामी क्रांति के परिप्रेक्ष्य से इस्लाम के अध्ययन पर जोर दिया और कहा इस्लाम के सच्चे धर्म का वर्णन हौज़ा ए इलमिया और इमाम खुमैनी र.ह.ने किया था यही सही और संतुलित इस्लाम है जिसे दुनिया के सामने पेश किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा इस्लाम के बारे में दो तरह के अध्ययन लोग करते हैं
पहला: इस्लाम की गलत व्याख्या (तफसीक) जिसे एक लिबरल इस्लाम कहा जाता है हम इस इस्लाम को अमेरिकी इस्लाम कहते हैं।
उन्होंने आगे कहा दूसरा वह इस्लाम है जो बुनियाद परस्ती पर निर्भर है, यह भी इस्लाम की गलत व्याख्या हैं इसका एक उदाहरण खुद आईएसआईएस है, जिसके खिलाफ ईरान और रूस सीरिया में लड़ रहे हैं। ऐसी सोच कभी कभी विभिन्न क्षेत्रों में गुमराह आंदोलनों को जन्म देती हैं।