मंगलव९र की सुबह भारत की राजधानी दिल्ली, बिहार, पश्चिम-बंगाल, राजस्थान, हरियाणा, झारखंड, असम और ओडीशा सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
स्थानीय समय के अनुसार मंगलवार दोपहर लगभग 12.35 बजे पहला झटका महसूस किया गया। इन राज्यों के अतिरिक्त छत्तीसगढ़ के बिलासपुर और अंबिकापुर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के तेज झटकों से एक बार फिर दशहत का माहौल उत्पन्न हो गया और लोग घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर तथा खुले मैदानों में आ गए। भूकंप के झटकों के बाद दिल्ली और कोलकाता में मेट्रो सेवा रोक दी गई है।
नेपाल में एयरपोर्ट को बंद किया गया है और उड़ानों को दो बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 बताई गई है। भूकंप के कारण करीब 30 सेकंड्स तक धरती हिलती रही।यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, इसके बाद करीब 12.47 बजे भूकंप का दूसरा झटका नेपाल के कोडारी में आया है। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर करीब 5.6 बताई जा रही है।
नेपाल और भारत के अलावा बांग्लादेश और पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भारत में दो मौतों की सूचना है। मकान गिरने के कारण यूपी के संभल में एक व्यक्ति की और बिहार की राजधानी पटना में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु के समाचार हैं।
भूकंप का केन्द्र काठमांडू से 70 किमी दूर चीन-नेपाल सीमा के पास जियांग में जमीन से 19 किमी नीचे बताया गया है। भूकंप के झटके काफी देर तक महसूस किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को आए भूकंप ने नेपाल को तबाह कर दिया था। इसमें 8 हजार से ऊपर लोगों की मौत हो गई थी और लाखों लोग बेघर हो गए थे। तब से लेकर अब तक नेपाल और भारत में कई भूकंप के झटके आ चुके हैं।