ईरान के विज्ञान, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के उपमंत्री ने कहा: अब तक, 90 देशों की विभिन्न राष्ट्रीयताओं के छात्र फ़ारसी भाषा के शिक्षा केंद्रों में फ़ार्सी भाषा पढ़ रहे हैं।
विज्ञान, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के उपमंत्री और ईरानी छात्रों के मामलों के संगठन के प्रमुख सईद हबीबा ने पूरे ईरान से अंतरराष्ट्रीय स्नातकों के पास आऊट कार्यक्रम के समापन पर कहा कि इन्टरनेश्नल स्टूडेंट्स अपने देश में काम का स्रोत हो सकते हैं।
उनका कहना था: वर्तमान समय में, छात्र अंतर्राष्ट्रीय संचार का सबसे अच्छा तरीक़ा बनाते हैं और वे विभिन्न देशों के साथ बातचीत करने की सबसे अच्छी और सबसे प्रभावी क्षमता रखते हैं।
सईद हबीबा ने कहा: मुस्लिम और विकासशील देशों के लिए एक-दूसरे के करीब आना ज़रूरी है।
ईरान के साइंस, रिसर्च और टेक्नॉलॉजी के डिप्टी मिनिस्टर ने कहा: अमीर देशों को एशियाई देशों की परवाह नहीं है, इसलिए इस्लामी देशों को अपनी समस्याओं को आम सोच और सहयोग से हल करना चाहिए ताकि विकासशील और पड़ोसी देशों के बीच बातचीत बढ़ सके।
श्री हबीबा ने 90 विभिन्न राष्ट्रीयताओं के छात्रों द्वारा फ़ारसी भाषा सीखने की ओर भी इशारा किया और कहा: अपने मिशन और कर्तव्य के आधार पर, ईरानी छात्रों के मामलों के संगठन ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की शिक्षा के लिए अनुकूल परिस्थितियां मुहिया कराई हैं और पिछले साल इस संगठन को 27 हज़ार विदेशी छात्र मिले थे। लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 35 हज़ार छात्र हो गई है।
ईरान के छात्रों के मामलों के संगठन के अध्यक्ष के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय छात्रों की भर्ती की सुविधा के लिए मसौदे को मंजूरी दे दी गई है और इसे लागू किया जा रहा है, इसका एक फ़ायदा देश के भीतर आने और यहां से जाने की समस्याओं को हल करना है जो की गई गतिविधियों से हल की जा सकती हैं।