सीरिया में असद सरकार के पतन के बाद ही इस देश में शिया समुदाय के लिए तकफ़ीरी संगठन आफत बन गए हैं। सीरिया में कम से कम 50,000 शियाओं को अपनी जान के डर से अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
सीरियाई शिया शरणार्थियों का एक हिस्सा लेबनानी क्षेत्र में प्रवेश करने में कामयाब रहा और लेबनान के हॉरमेल शहर पहुँच गया।
सीरियाई शिया शरणार्थियों का एक अन्य समूह, जिनमें से अधिकांश महिलाएं और बच्चे हैं, कुछ दिनों से लेबनान में एंट्री का इंतजार कर रहे हैं।
विस्थापित लोग कठिन परिस्थितियों में रह रहे हैं, कुछ लोग दुसरे के घरों में तो कुछ इमाम बारगाहों तो बहुत से लोग कई दिनों से लेबनान के ठंडे मौसम में पार्कों और सड़कों पर और कारों के अंदर रह रहे हैं ।