जंगबंदी के ऐलान के बाद ग़ाज़ा में जश्न का माहौल

Rate this item
(0 votes)
जंगबंदी के ऐलान के बाद ग़ाज़ा में जश्न का माहौल

अलजज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, जंगबंदी की घोषणा के बाद कुछ युवाओं ने एक सभा का आयोजन किया इस मुख्य सभा में प्रतिरोध (मुक़ावमत) के समर्थन में नारे लगाए गए जबकि अन्य लोगों ने इन दृश्यों को अपने कैमरों में रिकॉर्ड किया।

फिलिस्तीनी जनता ने जंगबंदी समझौते की घोषणा पर खुशी जाहिर करते हुए सड़कों पर जश्न मनाया यह समझौता रविवार से लागू होगा।

बुधवार रात कतर ने इस अंतिम समझौते की घोषणा की लेकिन इजराइल का कहना है कि अभी भी कई मुद्दे लंबित हैं हालांकि ग़ज़ा में पहले ही जश्न का माहौल बन चुका है और लोगों ने इन लम्हों को अपने कैमरों में कैद किया।

देर अलबलह में स्थित अलशोहदा अलअक्सा अस्पताल के बाहर, जहां जंग के कई पीड़ितों को लाया गया था सैकड़ों फिलिस्तीनी जमा हुए उन्होंने नारे लगाए राष्ट्रीय गान गाया और फिलिस्तीनी झंडे लहराए।

45 साल की महिला जो ग़ाज़ा से अलनसीरात कैंप में स्थानांतरित हुईं ने कहा,मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि एक साल से ज्यादा का यह डरावना सपना आखिरकार खत्म हो रहा है। हमने बहुत से अपनों को खो दिया है हमने सब कुछ खो दिया है।

उन्होंने आगे कहा,हमें बहुत ज्यादा सुकून की जरूरत है।जैसे ही जंगबंदी शुरू होगी मैं कब्रिस्तान जाऊंगी ताकि अपने भाई और परिवार के अन्य सदस्यों से मिल सकूं हमने उन्हें देर अल-बलह के कब्रिस्तान में बिना उचित कब्र के दफनाया था। हम उनके लिए नई कब्रें बनाएंगे और उनके नाम लिखेंगे।

मुख्य सभा में कुछ युवाओं ने प्रतिरोध मुक़ावमत के समर्थन में नारे लगाए जबकि अन्य लोगों ने इन दृश्यों को कैमरों में रिकॉर्ड किया।

27 वर्षीय अब्दुलकरीम ने कहा ,इतना सब कुछ खोने के बावजूद मैं खुशी महसूस कर रहा हूं मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि मैं आखिरकार अपनी पत्नी और दो बच्चों से मिल पाऊंगा वे लगभग एक साल पहले दक्षिण की ओर चले गए थे मुझे उम्मीद है कि बेघर लोगों को जल्द ही वापस आने की अनुमति दी जाएगी।

खान युनूस में भी बड़ी संख्या में लोग जमा हुए और फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए खुशी का इजहार किया।

Read 3 times