अमेरिकी राष्ट्रपति की धमकियों और दोनों महाद्वीपों के बीच पैदा हुए मतभेदों के साथ ही यूरोप ने अपने सैन्य हथियारों का उत्पादन बढ़ा दिया है।
यूरोप ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के साथ व्यापार युद्ध के बीच घरेलू रक्षा उत्पादन की ओर रुख़ किया है जबकि उनकी मांगों के संबंध में भी कि ग्रीन कॉन्टिनेंट को अपनी सुरक्षा के लिए वाशिंगटन पर निर्भर नहीं होना चाहिए।
न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है कि फ़रवरी 2022 में यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद यूरोप में सैन्य हथियारों की मांग बढ़ गई और यह मांग लगातार बढ़ रही है।
यूरोप में सैन्य हथियारों के अधिक उत्पादन को देखते हुए, यूरोपीय महाद्वीप अपने माल को वैश्विक बाज़ारों में अधिक व्यापक रूप से बेचने का प्रयास कर रहा है।
इस बीच, पोलैंड और तुर्किए भी अमेरिकी निर्मित जेट विमानों के अपने बेड़े का विस्तार करने के बजाय यूरोफ़ाइटर टाइफून के लिए अरबों डॉलर के कांट्रेक्ट की मांग कर रहे हैं।
रिपोर्टों से पता चलता है कि ट्रम्प द्वारा वैश्विक टैरिफ़ लगाए जाने से पहले ही यूरोपीय रक्षा शेयरों में बढ़ोतरी हो रही थी क्योंकि जो निवेशक लंबे समय से इन शेयरों की अनदेखी कर रहे थे, वे अपनी स्थिति पर पुनर्विचार कर रहे थे।
यूरोपीय आयोग ने मार्च में रक्षा व्यय को बढ़ाकर लगभग 840 बिलियन डॉलर करने के प्रस्ताव की घोषणा की थी। यूरोपीय निवेश बैंक ने यह भी घोषणा की कि वह सुरक्षा और रक्षा परियोजनाओं के लिए अपने वित्तपोषण को कम से कम दोगुना करने की योजना बना रहा है।
हार्वर्ड लॉ स्कूल के वरिष्ठ फेलो स्टीफन एम. डेविस के अनुसार, वास्तव में राय और दृष्टिकोण में बदलाव का कारण ट्रम्प प्रशासन की रक्षा मामलों पर यूरोप का समर्थन करने का इरादा ही स्पष्ट नहीं है।
यह ध्यान देने योग्य बात है कि दशकों से कई यूरोपीय पेंशन फंडों ने क्लस्टर बम, रासायनिक, परमाणु और जैविक बम तथा बारूदी सुरंगों जैसे हथियारों के उत्पादन में प्रत्यक्ष निवेश पर प्रतिबंध लगा रखा था। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद, उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नैटो) ने यूरोप में युद्ध के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से सरकारों, बैंकों और निजी निधियों से रक्षा उद्योग में निवेश करने और सैन्य हथियारों के उत्पादन में तेजी लाने का आह्वान किया।
पूर्व नैटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने दिसम्बर 2022 में कहा था कि स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे और शिक्षा में निवेश करना हमेशा सबसे अच्छा विकल्प होता है, लेकिन अभी वास्तविकता यह है कि शांति बनाए रखने का एकमात्र तरीका सैन्य उद्योग में निवेश करना है।