बग़दाद इराक के प्रमुख धार्मिक नेता और बग़दाद के इमाम ए जुमआ आयतुल्लाह सैयद यासीन मूसवी ने इस सप्ताह के जुमआ के खुत्बे में कहा कि हश्शुद अलशाबी से संबंधित कानून पर अमेरिकी दबाव इराक की संप्रभुता का खुला उल्लंघन है।
इराक के प्रमुख धार्मिक नेता और बग़दाद के जुमआ के इमाम आयतुल्लाह सैयद यासीन मूसवी ने इस सप्ताह के जुमआ के खुत्बे में कहा कि हश्शुद अलशाबी से संबंधित कानून पर अमेरिकी दबाव इराक की संप्रभुता का खुला उल्लंघन है।
अमेरिकी विदेश मंत्री द्वारा इराकी प्रधानमंत्री को हश्शुद अलशाबी कानून के बारे में चेतावनी दिए जाने पर आयतुल्लाह मूसवी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,क्या हम अमेरिका की कॉलोनी बन चुके हैं? सच्ची स्वतंत्रता सिर्फ नारों से नहीं, बल्कि साहसिक फैसलों से मिलती है।
उन्होंने हश्शुद अलशाबी को इराक की सुरक्षा का स्तंभ बताते हुए कहा कि इस संगठन को कमजोर करने की कोई भी कोशिश देश की शांति और स्थिरता के साथ खिलवाड़ है उन्होंने इराकी सरकार से मांग की कि वह स्पष्ट रूप से अमेरिकी हस्तक्षेप को खारिज करे।
खुत्बे में आयतुल्लाह मूसवी ने गाज़ा में जारी नरसंहार को अमेरिका और इसराइल की सुनियोजित साम्राज्यवादी साजिश बताया। उन्होंने कहा,गाजा में रोजाना बच्चों, महिलाओं और मासूमों की हत्या मानवता के लिए शर्म का दिन है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र और सुरक्षा परिषद मौन धारण किए हुए हैं।
अंत में उन्होंने कहा,आयतुल्लाह सिस्तानी के मार्गदर्शन, हश्शुद अलशाबी के संघर्ष और प्रतिरोध की ताकत से हम अमेरिका और इसराइल की सभी साजिशों को विफल कर देंगे। इंशाअल्लाह, गाजा और पूरी इस्लामी उम्मत की जीत निश्चित है।
इस भाषण ने इराक और अन्य इस्लामी देशों में व्यापक प्रतिक्रिया पैदा की है, जहां अमेरिकी हस्तक्षेप और फिलिस्तीन संकट पर चर्चा तेज हो गई है।