इस्लामी क्रांति के नेता इमाम ख़ामेनेई ने ज़ायोनी शासन को दुनिया का सबसे अलग-थलग और सबसे नफ़रत किए जाने वाला शासन बताया।
इमाम ख़ामेनेई ने रविवार को ईरान के राष्ट्रपति और मंत्रिपरिषद से मुलाकात में कहा कि शापित ज़ायोनी शासन के अपराध और हैरान कर देने वाली त्रासदियाँ लगातार बिना किसी शर्म या हिचक के अंजाम दी जा रही हैं। उन्होंने जोर दिया कि भले ही ये अपराध अमेरिका जैसी ताक़त के समर्थन से किए जा रहे हों, फिर भी इस स्थिति का सामना करने का रास्ता बंद नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि विरोध करने वाले देश, विशेष रूप से इस्लामी देश, ज़ायोनी शासन के साथ अपने व्यापारिक और राजनीतिक संबंध पूरी तरह से तोड़ें और इसे अलग-थलग करें। इमाम ख़ामेनेई ने कहा कि हमारी कूटनीति की मुख्य दिशा में से एक यह भी होनी चाहिए कि सरकारों को इस अपराधी शासन के साथ व्यापारिक और राजनीतिक संबंध समाप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
इस मुलाकात में इस्लामी क्रांति के नेता इमाम ख़ामेनेई ने ईरान के राष्ट्रपति, अधिकारियों, प्रबंधकों और कर्मचारियों का धन्यवाद किया विशेष रूप से उन विभागों का जिन्होंने 12 दिवसीय युद्ध में सचमुच त्याग, समर्पण और निष्ठा का परिचय दिया। उन्होंने राष्ट्रपति की प्रेरणा, उत्साह और परिश्रम की भी सराहना की और कहा कि राष्ट्रपति की चीन यात्रा ने संभावित आर्थिक और राजनीतिक अवसरों को सामने लाया, जिनके लाभकारी नतीजों को आगे बढ़ाना चाहिए।
इमाम ख़ामेनेई ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय शक्ति और राष्ट्रीय गौरव को मजबूत करना सरकारों का कर्तव्य है। उन्होंने जोर दिया कि इनका सबसे महत्वपूर्ण तत्व जनता का उत्साह, एकता और आशावाद है, जिसे शब्दों और कर्मों दोनों में बनाए रखना, सुदृढ़ करना और कमजोर होने से रोकना व बचाना आवश्यक है।