ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराक़ची ने ईरान और यूरोपीय एवं अमेरिकी पक्षों के बीच बातचीत की हालिया स्थिति के बारे में कहा कि तेहरान आदर और पारस्परिक हितों के आधार पर यूरोपीय देशों और अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है।
इस ख़बर में यूरोप में फ़िलिस्तीन समर्थकों के प्रदर्शन, इस्तांबुल में तुर्किये सरकार के विरोधियों की बड़ी रैलियाँ, यमन के ड्रोन विमानों द्वारा नक़ब, इयालत, अश्कलॉन, अश्दूद और तेल अवीव पर निशाना और ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के प्रति चीन के स्वागत का जिक्र भी शामिल है।
इराकची: हम यूरोपीय देशों और अमेरिका के साथ आदर और पारस्परिक हितों के आधार पर बातचीत के लिए तैयार हैं
इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास इराकची ने रविवार को ईरान और यूरोपीय तथा अमेरिकी पक्षों के बीच बातचीत की नवीनतम स्थिति पर कहा कि तेहरान आदर और पारस्परिक हितों के आधार पर यूरोपीय देशों और अमेरिका के साथ बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान के पड़ोसी देशों के साथ संबंध सर्वोत्तम स्तर पर हैं।
उल्यानोव: परमाणु समझौते का उल्लंघन करने वाले देशों को ईरान पर प्रतिबंध लौटाने का अधिकार नहीं
वियना स्थित अंतरराष्ट्रीय संगठनों में रूस के स्थायी प्रतिनिधि मिखाइल उल्यानोव ने तीन यूरोपीय देशों और अमेरिका के व्यवहार की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें परमाणु समझौते और प्रस्ताव 2231 का स्पष्ट उल्लंघन करने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रेस टीवी के साथ विशेष साक्षात्कार में कहा कि ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने परमाणु समझौते का महत्वपूर्ण उल्लंघन किया है इसलिए उनके पास ईरान को दोषी ठहराने के लिए इस समझौते का हवाला देने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा: अगर कोई पक्ष किसी समझौते का उल्लंघन करता है तो उसे दूसरे पक्ष को उसी समझौते के आधार पर दोषी ठहराने का अधिकार नहीं है।
चीन ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के प्रति प्रतिबद्धता का स्वागत किया
तेहरान में चीन के राजदूत ने यूरोप द्वारा अनैतिक तरीके से मैकेनिज़्म ऑफ़ ट्रिगर सक्रिय करने की कार्रवाई पर कहा कि चीन ईरान की परमाणु हथियार न बनाने की प्रतिबद्धता और साथ ही परमाणु ऊर्जा तक पहुँच के अधिकार का स्वागत करता है। झोंग पि वू ने कहा कि बीजिंग अनैतिक प्रतिबंधों के पूरी तरह विरोधी है। अमेरिका द्वारा परमाणु समझौते से एकतरफा बाहर निकलना और ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला, दोनों ही तनाव बढ़ाने और इस मामले को जटिल बनाने वाले कदम हैं।
तुर्की में सरकार विरोधी बड़े प्रदर्शन और सोशल मीडिया का अवरुद्ध होना
तुर्किये में सरकार के विरोधी धड़ों के हजारों समर्थकों ने रविवार को इस्तांबुल में प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है कि यह शहर में बड़े आंदोलन की शुरुआत हो सकती है। इसी बीच समाचार सूत्रों ने रिपोर्ट किया कि तुर्किये में सोशल मीडिया नेटवर्क्स जैसे X, इंस्टाग्राम, फेसबुक और टिकटॉक गंभीर व्यवधानों का सामना कर रहे हैं और उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट की अत्यधिक धीमी गति का सामना करना पड़ रहा है।
यूरोप में फ़िलिस्तीन समर्थक प्रदर्शन
रविवार को कई यूरोपीय शहरों, जिनमें ब्रसेल्स और मैड्रिड शामिल हैं, में फ़िलिस्तीनी लोगों के समर्थन में प्रदर्शन हुए। ब्रसेल्स में, बील्जियम के लाखों लोगों ने रैलियाँ आयोजित कर ग़ाज़ा के समर्थन में अपनी आवाज़ उठाई और ज़ायोनी शासन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। इसी तरह, मैड्रिड में प्रदर्शनकारियों ने ग़ाज़ा पट्टी में शहीद हुए फ़िलिस्तीनी बच्चों को याद किया। इस बीच, ब्रिटिश पुलिस ने बताया कि फ़िलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले 890 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।
हंगरी: यूरोपीय संघ पतन की ओर
हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑरबान ने चेतावनी दी कि यदि यूरोपीय संघ पतन से बचना चाहता है तो उसे आंतरिक रूप से मौलिक बदलाव करने होंगे। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ अब पतन के चरण में प्रवेश कर चुका है और आगामी सात वर्षीय बजट (2028–2035) संभवतः इस संघ का अंतिम बजट हो सकता है।
यमन की सेना: नक़ब, ईलात, अश्कलॉन, अश्दूद और तेल अवीव को 8 ड्रोन से निशाना बनाया
रविवार को यमन की सशस्त्र सेनाओं ने आठ ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए नक़ब, ईलात, अश्कलॉन, अश्दूद और याफ़ा अर्थात तेल अवीव पर हमला किया। इसी समय यमन के अन्सारुल्लाह आंदोलन के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य मोहम्मद अल-बुख़ैती ने कहा कि यमन की सेनाओं द्वारा ज़ायोनी अतिग्रहणकारियों पर हमले ग़ाज़ा के लोगों का समर्थन करने के उद्देश्य से जारी रहेंगे।