ईरान पर इस्राईल के हमलों के बीच ज़ायोनी और साम्राज्यवादी मीडिया की ओर से प्रोपगंडा वॉर इन हमलों से पहले ही शुरू हो चुका था। इन हमलों के बाद 20 से अधिक स्थानों को निशाना बनाने की बात कही जा रही है जिसे ईरान ने रद्द करते हुए कहा है कि तेहरान, ईलाम और ख़ूज़िस्तान प्रांत में कुछ स्थान दुश्मन के निशाने पर थे और हमारे एयर डिफ़ेंस सिस्टम ने हमलों को नाकाम कर दिया है।
एक जानकार सूत्र ने कहा कि ज़ायोनी सेना का देश में 20 बिंदुओं को निशाना बनाने का दावा झूठा है, लक्ष्य की संख्या इस मात्रा से बहुत कम है। इस सूत्र ने यह भी कहा कि ज़ायोनी कार्रवाई देश की सीमाओं के बाहर हुई और सीमित क्षति हुई।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि तेहरान में किसी भी आईआरजीसी सैन्य केंद्र को निशाना नहीं बनाया गया।
यह खबर भी पूरी तरह से झूठी है कि इस हमले में 100 युद्धक विमान शामिल थे ज़ायोनी सेना अपने कमजोर हमले को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना चाहती है।