अंतरराष्ट्रीय समूह: 28 सफ़र समय शुक्रवार की रात हजारों भारतीय मुसलमानों ने पैगंबर (PBUH) और इमाम हसन (अ.स) की मौत की सालगिरह पर शोक सभाऐं और विलाप के अनुष्ठान में भाग लिया।
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) शुक्रवार रात 11 दिसम्बर को भारत में पैगंबर (PBUH)की वफ़ात और हजरत इमाम हसन (अ.स) की शहादत के दिन की याद में शोक सभा आयोजित की गईं।
हिन्दी अज़ादारों ने दिल्ली, लखनऊ, हैदराबाद, मुंबई और विशेष रूप से कश्मीर सहित देश के विभिन्न शहरों में पैगंबर (PBUH) की वफ़ात और इमाम हसन (एएस) की शहादत की सालगिरह पर शोक में भाग लिया।
नई दिल्ली में कश्मीर मस्जिद से मातमी अन्जुमनों ने हररकत शुरू की और दो किलोमीटर के बाद दरगाह शरीफ़ मे अंत किया।
शोक दसतों कके आगे आगे बैनरों पर इस्लामी क्रांति के नेता और इमाम खुमैनी की टिप्पणियों को विशेष ररूप से अज़ादारी के महत्व पर हिंदी व अंग्रेजी में लिखा गया था।
सुरक्षा बलों ने रास्ते के दौरान अज़ादारों को सुरक्षाप्रदान करने की।
शोक समारोह में सुन्नी और हिंदुओं की ऐकक ससंख्यया ने भी मुसलमानों के साथ भाग लिया।
पैगंबर की वफ़ात की शोक सभा भी कल रात देर रात तक जारी रही और लोगों ने अज़ादारी के अलावा धार्मिक नेताओं के भाषण भी सुनें।
लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी, सबसे बड़ी शिया की आबादी वाला शहर है इस क्षेत्र में शोक समारोह उत्साह के साथ आयोजित किया जाता है।
इसी तरह पैगंबर इस्लाम और इमाम हसन (अ.स) का शोक समारोह कल रात नई दिल्ली में इस्लामी गणराज्य ईरान के संस्कृति हाउस में उनके परिवारों की संस्थाओं के अधिकारियों की मौजूदगी के साथ आयोजित किया गया था।