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मलेशिया के higher education मंत्री ने ईरान और मलेशिया के विश्वविद्यालयों के मध्य संबंधों में विस्तार हेतु अपने देश की तस्परता की घोषणा की है।

मलेशिया के higher education मंत्री ज़म्बरी अब्दुल क़ादिर ने क्वालालांपुर में इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत वलीउल्लाह मोहम्मदी से मुलाक़ात में ईरानी विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग में विस्तार हेतु अपने देश की तत्परता की घोषणा की।

मलेशिया के higher education मंत्री ने इस मुलाक़ात में पिछले वर्ष ईरान की अपनी यात्रा की ओर संकेत किया और उत्पाद, उद्योग, कृषि और विश्वविद्यालयों सहित विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका के एकपक्षीय प्रतिबंधों के बावजूद ईरानी प्रतिभाशालियों की उपलब्धियों और कामयाबियों की सराहना की।

क्वालालांपुर में ईरानी राजदूत वलीउल्लाह मोहम्मदी ने भी इस भेंट में कहा कि दोनों देशों के मध्य उच्च शिक्षा के संबंध में जो सहमतियां हुई हैं उन्हें दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के मध्य होने वाले सहयोग में विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम समझा जा रहा है। ईरानी राजदूत मोहम्मदी ने इसी प्रकार इस भेंट में उम्मीद जताई कि दोनों देशों के अधिकारियों व ज़िम्मेदारों के ध्यान की छत्रछाया में ईरान और मलेशिया के विश्वविद्यालयों के मध्य सहकारिता पहले से अधिक होगी।

इस्लामी गणतंत्र ईरान के राजदूत ने इसी प्रकार दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधिमंडलों के एक दूसरे के यहां आवाजाही का  स्वागत किया और उसे एक रचनात्मक और एक दूसरे के विश्वविद्यालयों को पहचानने की दिशा में महत्वपूर्ण क़दम क़रार दिया।

अगले शहरीवर महीने में तेहरान में विश्वविद्यालयों की बड़ी उपलब्धियों के बारे में एक प्रदर्शनी आयोजित होने वाली है जिसे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धियों से अवगत होने के लिए ईरानी राजदूत ने बेहतरीन अवसर बताया और इस प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए मलेशियाई पक्ष को आमंत्रित किया।

इमाम हुसैन (अ.स.) की शहादत के शोक में मोहर्रम के पहले अशरे में ब्राज़ील के साओ पाउलो शहर में स्थित इस्लामिक सेंटर में हर रात शियाने अली अ.स. की भारी मौजूदगी में मजलिसो मातम का एहतेमाम किया गया।

ग़ज़्ज़ा में जनसंहार कर रहे ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू को लेकर अगर ICC गिरफ़्तारी वारंट जारी करता है तो ब्रिटेन उसे कोई चुनौती नहीं देगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि उनका देश इस्राईल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के गिरफ्तारी वारंट को चुनौती नहीं देगा।

बता दें कि ब्रिटेन में अब प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के नेतृत्व वाली लेबर पार्टी की सरकार है। हालिया आम चुनाव में कंजर्वेटिव पार्टी को हार मिली थी। ऋषि सुनक के नेतृत्व वाली पार्टी ने आईसीसी के इस वारंट को चुनौती देने की योजना बनाई थी।

 

 

ताइवान में तूफ़ान क़हर बनकर टूट रहा है अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है जबकि अब भी कई लोग लापता हैं। चक्रवाती तूफान गेमी ने ताइवान में भीषण तबाही मचाई है। इस तूफान से अब तक ताइवान में आठ लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।

ताइवान की सेंटल इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (CEOC) ने यह जानकारी दी है। सीईओसी के आंकड़ों के अनुसार, एक व्यक्ति लापता भी है और घायलों की कुल संख्या 866 है। फिलहाल चक्रवाती तूफान गेमी कमजोर पड़ गया है और अब यह चीन पहुंच गया है। हालांकि तूफान के असर से अभी भी ताइवान में भारी बारिश की आशंका है।

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को फ्लोरिडा के मार-ए-लागो स्थित अपने निजी क्लब और निवास में ज़ायोनी प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। इस दौरान ट्रम्प ने दावा किया कि अगर वह 2020 का चुनाव जीत जाते तो हमास का हमला और ग़ज़्ज़ा में युद्ध नहीं होता। नेतन्याहू के साथ ट्रम्प की यह मुलाकात उस बयान के एक दिन बाद हुई, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमास के साथ चल रहे युद्ध को इस्राईल को तेजी से खत्म करना होगा। दोनों नेताओं की आखिरी मुलाकात 2020 में हुई थी।

बेंजामिन नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ट्रम्प के साथ बैठक हुई है। हालांकि, ट्रम्प ने इस बारे में कोई स्पष्ट योजना नहीं दी है कि वह संघर्ष को समाप्त करने में कैसे मदद करेंगे, लेकिन उन्होंने बार-बार सुझाव दिया है कि वह ग़ज़्ज़ा में अधिक बल का उपयोग करके इस्राईल का समर्थन करते हैं।

 

 

 

 

जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर का चुनाव लड़ेंगे। पहली बार चांसलर चुनाव के लिए होने वाली ऑनलाइन मतदान प्रक्रिया में इमरान खान जेल से भाग लेंगे। इमरान के एक सहयोगी के मुताबिक इमरान ने चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 1972 में ऑक्सफोर्ड विवि के केबल कॉलेज से अर्थशास्त्र और राजनीति शास्त्र की पढ़ाई की। उन्होंने अपना पहला टेस्ट डेब्यू मैच 1971 में खेला और ऑक्सफोर्ड विवि की क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे। इसके अलावा खान 2005 से 2014 तक ब्रैडफोर्ड विवि के कुलपति भी रहे। इस बार ऑक्सफोर्ड विवि में चांसलर का चुनाव होना है।

 

ईरान में इंडोनेशिया के राजदूत ने पवित्र नगर क़ुम की यात्रा करके हज़रत मासूमा सलामुल्लाह विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया और वहां की शैक्षिक और अध्ययन व शोध गतिविधियों को निकट से देखा।

ईरान में इंडोनेशिया के राजदूत H.E. Mr. Ronny Prasetyo Yuliantoro  पवित्र नगर क़ुम में अपनी उपस्थिति पर प्रसन्नता जताई और हज़रत मासूमा सलामुल्लाह अलैहा विश्वविद्यालय में मौजूद शैक्षिक संभावनाओं को देखने के बाद उम्मीद जताई कि दोनों देशों और हज़रत मासूमा स. विश्वविद्यालय और इंडोनेशिया के विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग जारी रहेगा।

ईरान के पवित्र नगर क़ुम में हज़रत मासूमा स. विश्वविद्यालय की कुलपति व प्रमुख मरियम बुर्दबार ने इस निरीक्षण के अवसर पर इंडोनेशिया के राजदूत से भेंटवार्ता की जिसमें उन्होंने ईरान और इंडोनेशिया के विश्वविद्यालों के मध्य संबंधों को विस्तृत किये जाने पर बल देते हुए कहा कि आसमानी किताब, पैग़म्बरे इस्लाम, इस्लामी पहचान, इस्लामी जीवन शैली और विभिन्न मामलों में ईरान और इंडोनेशिया के मध्य समानतायें मौजूद हैं जिन पर ध्यान दिया जाना चाहिये।

 

श्रीमती मरियम बुर्दबार ने इसी प्रकार ईरान में महिलाओं की स्थिति की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान में इस्लामी क्रांति की सफ़लता के बाद महिलाओं के क्षेत्र में हम बहुत अधिक प्रगति के साक्षी हैं और ईरान में जो विश्वविद्यालय हैं उनके शैक्षिक प्रतिनिधिमंडलों के सदस्य 36 प्रतिशत से अधिक महिलायें हैं और ईरानी विश्वविद्यालयों में दाख़िला पाने की आधी इच्छुक लड़कियां हैं।

हज़रत मासूमा विश्वविद्यालय की कुलपति ने इस विश्वविद्यालय के नारे को बयान करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय अपनी सांस्कृतिक पहचान के साथ इस्लामी जगत की महिलाओं के लिए आदर्श बनना चाहता है। इस विश्वविद्यालय का नारा" प्रतिभाशाली महिला, उच्च परिवार" है।

उल्लेखनीय है कि हज़रत मासूमा स. विश्वविद्यालय ईरान के क़ुम प्रांत में स्थित है और इसकी बुनियाद वर्ष 2007 रखी गयी थी और इस समय उसमें एक हज़ार 700 लड़कियां व महिलायें शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।

शाहगंज जौनपुर,मोहल्ला भादी खास मे शुक्रवार की रात मे मरहूम मकबूल के अजाखाने से शबीहे अलम गहवारे अली अशगर ज़ुलजनाह बरामद हुआ जिसकी मजलिस अली जनाब मौलाना शमशीर हुसैन साहब जौनपुरी ने पढी और इमाम हुसैन अ.स.और उनके इकहत्तर शहीद के जिक्र करते हुए लोगो को इमाम हुसैन के बताए मार्ग पर चलने का निर्देश दिया।

शाहगंज जौनपुर /नगर के मोहल्ला भादी खास मे शुक्रवार की रात मे मरहूम मकबूल के अजाखाने से शबीहे अलम गहवारे अली अशगर जुलजना बरामद हुआ जिसकी मजलिस अली जनाब मौलाना शमशीर हुसैन साहब जौनपुरी ने पढी और इमाम हुसैन अ.स.और उनके इकहत्तर शहीद के जिक्र करते हुए लोगो को इमाम हुसैन के बताए हुए रास्तो पर चलने को कहा और जैसे ही मसायब पढा मजलिस मे बैढे लोगो की आखे नम हो गई।

मजलिस के बाद अन्जुमन गुलशने अब्बास ने नौहा मातम किया जुलूस अपने कदीम रास्तो से होते हुए लोहराना बाकरिया इमाम बरागाह होते हुए सुबह चार बजे वापस मरहूम मकबूल अजाखाने पर समाप्त हुआ।

जुलूस मे अन्जुमन हैदरी नई आबादी अन्जुमन हुसैनिया अम्बारी अन्जुमन हैदरी आलम खा जौनपुर अन्जुमन हुसैनिया सैदपुर ने पुरर्दद मसायबी नौहा मातम पेश किया सोजखानी मोहम्मद सैफ व उनके हमनवा ने किया।

और नेजामत आसिफ बिस्वानी ने किया अलबिदा ई तकरीर अली जनाब मौलाना चाद वारिश साहब सिराजी ने पढी इस मौके पर रौशन मौलाई साहेबे आलम आफताब हुसैन बदरे आलम अफजल रशीद सलमानी मोहम्मद नसीम जैद वसीम आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित रहे सौकडो पुरुष माहिलाये व बच्चे जुलूस मे चल रहे थे जुलूस के मिन जानिब गुलशन ने आये हुए लोगो का आभार व्यक्त किया।

 

हौज़ा इल्मिया के संरक्षक ने कहा: हमारा मानना ​​है कि सभी धर्म और मजहब, विशेषकर मुसलमान, और दूरसी जाति देश की परवाह किए बिना, एकजुट हो सकते हैं और किसी भी उत्पीड़न के खिलाफ स्वतंत्र रूप से खड़े हो सकते हैं।

होज़ा उलमिया के संरक्षक आयतुल्लाह आराफ़ी ने तातारिस्तान के राष्ट्रपति के साथ अपनी बैठक में रूस और गज़ान राज्य के लोगों और सरकार के आतिथ्य के लिए तातारिस्तान के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा: मैं इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ संबंधों पर आपके विशेष ध्यान के लिए आपको धन्यवाद देता हूं और हमारे देश के राष्ट्रपति की शहादत पर आपकी सहानुभूति के लिए भी आपको धन्यवाद देता हूं।

हौज़ा इल्मिया की सर्वोच्च परिषद के एक सदस्य ने कहा: ईरान की इस्लामी क्रांति क़ुम और हौज़ा इल्मिया से शुरू हुई। आज हम ईरान में ज्ञान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काफ़ी प्रगति देख रहे हैं।

उन्होंने कहा: हमारा मानना ​​है कि सभी धर्म और जाति, विशेषकर मुसलमान, और दूसरी जाति देश की परवाह किए बिना, एकजुट हो सकते हैं और किसी भी उत्पीड़न के खिलाफ स्वतंत्र रूप से खड़े हो सकते हैं।

सांस्कृतिक क्रांति की सर्वोच्च परिषद के सदस्य ने कहा: मैंने 16 साल पहले इस शहर में इस्लामी तर्कसंगतता का सिद्धांत प्रस्तुत किया था और मुझे गर्व है कि आज मैं यहां इस्लामी आध्यात्मिकता और अर्थ का सिद्धांत प्रस्तुत कर रहा हूं।

उन्होंने कहा: हम फिलिस्तीन और ग़ज़्ज़ा के लोगों के साथ खड़े हैं। मेरा मानना ​​है कि अगर सभी मुसलमान एकजुट होते तो फ़िलिस्तीन में मुसलमानों को इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता।

आयतुल्लाह आराफ़ी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान तातारिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात कर चर्चा की

इस बैठक में तातारिस्तान के राष्ट्रपति ने आयतुल्लाह आराफ़ी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और दोनों देशों के बीच प्रभावी संचार पर जोर दिया और रूस और तातारिस्तान क्षेत्र में मुसलमानों की स्थिति और इस्लामी गणराज्य ईरान के साथ एकता और समझौते की आवश्यकता पर चर्चा की।

उन्होंने ईरान के वैज्ञानिक और इस्लामी विकास, विशेषकर वैज्ञानिक और धार्मिक क्षेत्रों पर प्रसन्नता और संतुष्टि व्यक्त की और कहा कि उन्हें जल्द ही फिर से ईरान, विशेषकर क़ुम शहर का दौरा करने की उम्मीद है।

आयतुल्लाह आराफ़ी ने अपनी रूस यात्रा के दौरान तातारिस्तान के राष्ट्रपति से मुलाकात कर चर्चा की

गौरतलब है कि तातारिस्तान रूसी संघ की एक इकाई है जो रूस के उपखंड में एशिया और यूरोप के बीच यूराल पर्वत के पश्चिमी ढलान पर स्थित है। इसका क्षेत्रफल लगभग 70 हजार वर्ग किलोमीटर है और जनसंख्या लगभग 40 लाख है। तातारिस्तान की राजधानी कज़ान का प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर है। तातारिस्तान की तातार आबादी का धर्म इस्लाम है और अधिकांश लोग सुन्नी हैं, लेकिन बड़ी संख्या में शिया भी हैं।

ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, बेगुनाह का खून कभी भी ज़ालिम के दामन से नहीं मिटता और ना ही मासूम लोगों और निर्दोष बच्चों की हत्या के अपराध को नजरअंदाज किया जा सकता है।

अमेरिकी कांग्रेस में ज़ायोनी सरकार के प्रधान मंत्री की उपस्थिति और भाषण के बारे में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति राष्ट्रपति डॉ.मसूद पिज़िशकियान ने लिखा कि बेगुनाह का खून कभी भी ज़ालिम के दामन से नहीं मिटता और ना ही मासूम लोगों और निर्दोष बच्चों की हत्या के अपराध को नजरअंदाज किया जा सकता है।

उन्होंने कहा अमेरिकी कांग्रेस में ज़ायोनी सरकार के मंत्री नेतन्याहू की उपस्थिति और भाषण से निर्दोष लोगों और निर्दोष बच्चों की हत्या के अपराध को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और न ही अपराधियों को माफ़ किया जा सकता है निर्दोष गलत काम करने वालों को नहीं बख्शता हैं।

ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा खड़े होकर स्वागत करने से उत्पीड़क के पैरों पर लगे दाग नहीं मिट सकते निर्दोष का खून कभी भी तानाशाह का पीछा नहीं छोड़ता।

याद रहे कि पिछले साल अक्टूबर से गाजा में ज़ायोनी आक्रमण के कारण 39,175 लोग शहीद हो चुके हैं और 90,403 लोग घायल हुए हैं। शहीदों और घायलों में बड़ी संख्या में महिलाएं और मासूम बच्चे भी शामिल हैं।