तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने संसद तथा विशेषज्ञ एसेंबली के चुनावों में जनता की भरपूर भागीदारी को चेतना का प्रतीक बताया।
हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने नमाज़े जुमा के ख़ुतबों में चुनावी वातावरण में भरपूर सुरक्षा और शांति पर प्रसन्नता जताते हए कहा कि ईरान की जनता इस्लामी क्रान्ति की रक्षा के लिए हमेशा मैदान में उपस्थित रहती है और इस उपस्थिति का एक चिन्ह आज शुक्रवार को होने वाले चुनावों में लोगों की भरपूर भागीदारी है।
तेहरान की नमाज़े जुमा के इमाम ने ईरान में पैठ बनाने की शत्रुओं की कोशिशों और परमाणु सहमति के बाद इन कोशिशों में आने वाली तीव्रता का हवाला देते हुए कहा कि शासन व्यवस्था के लोकतांत्रिक आयाम की रक्षा चुनावों में जनता की भरपूरी भागीदारी पर निर्भर होती है जबकि ईरान के भविष्य का फ़ैसला तथा व्यवस्था का इस्लामी पहलू वरिष्ठ नेता पर निर्भर है।
हुज्जतुल इस्लाम काज़िम सिद्दीक़ी ने शत्रु की घुसपैठ के अनेक तरीक़ों का हवाला देते हुए कहा कि घुसपैठ कभी दुशमन द्वारा जासूस भेजकर की जाती है और कभी अधिकारियों को बाहरी सरकारों द्वारा उनके छात्रकाल में दिए गए प्रशिक्षण के माध्यम से होती है। तेहरान की नमाज़े जुमा के इमाम ने कहा इस्लामी व्यवस्था के शत्रु जान लें कि जनता अब तक किसी भी शक्ति के दबाव में नहीं आई है और आगे भी किस शत्रु के सामने झुकने वाली नहीं है।