शहीद याह्या सानवार प्रतिरोध और निरंतर संघर्ष की प्रतीक

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शहीद याह्या सानवार प्रतिरोध और निरंतर संघर्ष की प्रतीक

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन पूरज़हबी ने कहा,शहीद याह्या सानवार इस्लामी उम्मत में इज़राईल के खिलाफ प्रतिरोध और संघर्ष की प्रतीक थे।

एक रिपोर्ट के अनुसार,ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत में वली ए फ़क़ीह के प्रतिनिधि हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन अब्दुलरज़ा पूरज़हबी ने बच्चों के क़ातिल इज़राईल शासन द्वारा याह्या सीनवार की शहादत पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, जो कुछ हमने शहीद याह्या सीनवार के बारे में सुना और जाना है, वह यह है कि वह वर्षों तक इज़राईल की क़ैद में रहे और फ़िलिस्तीनी कैम्पों में जन्म के समय से ही इज़राईल के खिलाफ प्रतिरोध में डटे रहे।

उन्होंने आगे कहा शहीद याह्या सीनवार इस्लामी उम्मत में इज़राईल के खिलाफ प्रतिरोध और संघर्ष की मिसाल थे।

हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लिमीन पूरज़हबी ने कहा,शहीद सानवार ने कई सालों तक जेल में समय बिताया और फिर शहीद इस्माइल हनिया के साथ मिलकर इज़राईल के खिलाफ संघर्ष किया।

उन्होंने आगे कहा,शहीद सानवार ने प्रतिरोध के रास्ते में कभी आराम या किसी तरह की स्वार्थी इच्छा नहीं की जबकि वे इज़राईल की कैद से रिहाई के बाद पीछे हट सकते थे लेकिन वे अपने रास्ते और अपने लक्ष्य पर डटे रहे।

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