यमन की उच्च राजनीतिक परिषद के सदस्य मोहम्मद अली हौसी ने सना पर अमेरिका के हमलों के बाद ऐलान किया कि अंसारुल्लाह की कार्रवाइयां जारी रहेंगी और उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि हम इन हमलों को कोई महत्व नहीं देते।
एक रिपोर्ट के अनुसार ,यमन की उच्च राजनीतिक परिषद के सदस्य मोहम्मद अली हौसी ने अलमयादीन के साथ एक साक्षात्कार में इस बात पर ज़ोर दिया कि यमन के लोग अपनी जवाबी कार्रवाइयों और प्रतिक्रियाओं को जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा,हम आक्रमणकारी हवाई हमलों की निंदा करते हैं हमारा संघर्ष जारी रहेगा।यमन की उच्च राजनीतिक परिषद के सदस्य ने कहा,हमारी कार्रवाई जारी रहेगी और हम किसी भी कार्रवाई चाहे वह अमेरिका की ओर से हो या किसी अन्य की ओर से हम महत्व नहीं देते।
मंगलवार तड़के अमेरिकी-ब्रिटिश गठबंधन के आक्रमणकारी हमलों ने सना में कई स्थानों को बमबारी का निशाना बनाया। बताया जा रहा है कि इन हमलों में यमन के रक्षा मंत्रालय की इमारत भी प्रभावित हुई है।
अमेरिका और ब्रिटेन के यमन पर हमले का उद्देश्य ज़ायोनी शासन इज़राइल को समुद्री घेराबंदी से बचाना है।