यमन की सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता ब्रिगेडियर याहया सरी ने एक बयान में बताया कि देश की मिसाइल यूनिट ने फिलिस्तीन 2 नामक दो हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों का उपयोग करते हुए तेल अवीव क्षेत्र में दो खास और संवेदनशील सैन्य ठिकानों पर हमला किया हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार ,यमन की सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता ब्रिगेडियर याहया सरी ने एक बयान में बताया कि देश की मिसाइल यूनिट ने फिलिस्तीन 2 नामक दो हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइलों का उपयोग करते हुए तेल अवीव क्षेत्र में दो खास और संवेदनशील सैन्य ठिकानों पर हमला किया हैं।
ब्रिगेडियर सरी ने कहा कि यह ऑपरेशन फिलिस्तीनी जनता के समर्थन में ग़ाज़ा के निवासियों के खिलाफ अपराधों के जवाब में और फतह मवऊद नामक पांचवें चरण और इज़रायल की आक्रामकता के खिलाफ पवित्र संघर्ष के तहत किया गया उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन ख़ुदा की कृपा से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल रहा हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह हमला ऐसे समय हुआ जब इज़रायली शासन ने सना और हुदैदा प्रांतों में जिनमें बिजली संयंत्र शामिल हैं नागरिक सुविधाओं पर हमले किए हमारा जवाब पूरी तरह से स्वाभाविक और वैध प्रतिक्रिया के तहत दिया गया।
यमन की सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता ने कहा कि इज़रायल के ग़ाज़ा में अत्याचार और अपराधों के जवाब में हमारी धार्मिक और नैतिक जिम्मेदारी को रोक नहीं सकते। हम शत्रु के सभी लक्ष्यों पर उपयुक्त हथियारों से हमले जारी रखेंगे।
ब्रिगेडियर सरी ने अंत में कहा कि यमन की सशस्त्र सेनाओं का ऑपरेशन तब तक खत्म नहीं होगा जब तक ग़ाज़ा पर आक्रमण रोका नहीं जाता और उसकी नाकाबंदी समाप्त नहीं होती। इससे पहले यमनी मीडिया ने बताया कि आज सुबह इज़रायली शासन द्वारा सना और हुदैदा में किए गए हवाई हमलों में 9 लोग शहीद हो गए और 3 घायल हुए।
दूसरी ओर अंसारुल्लाह के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य मोहम्मद अल-बुखैती ने कहा कि यमन का सैन्य अभियान ग़ाज़ा के समर्थन में जारी रहेगा उन्होंने कहा कि ग़ज़ा में सामूहिक नरसंहार अपराधों को रोकने तक हम हर तरह के तनाव का समान जवाब देंगे।