ज़ायोनी प्रधान मंत्री नेतन्याहू के बयान के जवाब में यमनी उच्च राजनीतिक परिषद के सदस्य मोहम्मद अली अल-हौसी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की सैन्य बल का निरंकुश प्रयोग भी अवैध ज़ायोनी राष्ट्र को विनाश से नहीं बचा सकता।
बता दें कि नेतन्याहू ने कहा था कि ईरान के अन्य प्रॉक्सी की तरह अंसारुल्लाह पर भी इस्राईल हमला करेगा। ज़ायोनी प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद यमनी नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। हाई पॉलिटिकल काउंसिल के सदस्य मोहम्मद अली अल-हौसी ने नेतन्याहू के बयान के जवाब में कहा कि अवैध राष्ट्र निश्चित रूप से नष्ट होकर रहेगा।
उन्होंने कहा कि नेतन्याहू को यमन को धमकी देने से पहले अपने कार्यों के परिणामों पर विचार करना चाहिए क्योंकि उनके करतूतों के परिणामों में अवैध ज़ायोनी राष्ट्र का अंत भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि नेतन्याहू को उनके अपराधों के लिए जेल में डाल दिया जाएगा या सत्ता से हटा दिया जाएगा। सत्ता बचाने के लिए सैन्य बल का प्रयोग लंबे समय तक काम नहीं करेगा।