क्रिसमस के मौके पर चर्च में युवाओं की भागीदारी इस अवसर पर प्रेम एकता और अंतरधार्मिक सामंजस्य का संदेश दिया गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार ,क्रिसमस के मौके पर चर्च में युवाओं की भागीदारी इस अवसर पर प्रेम एकता और अंतरधार्मिक सामंजस्य का संदेश दिया गया प्रतिभागियों ने जोर देकर कहा कि धार्मिक त्यौहार पूरी मानवता के लिए शांति भाईचारे और नज़दीकी का माध्यम बनना चाहिए।
दुनियाभर में 25 दिसंबर को हज़रत ईसा अ.स.की पैदाइश की याद में क्रिसमस का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है इस मौके पर उनके अनुयायी प्रेम और सहिष्णुता के संदेश को फैलाते हैं।
इसी क्रम में, पिछले वर्षों की तरह इस साल भी जनैर की धरती पर एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष पहल की गई। मौलाना शाहिद परधान और मौलाना हुसैन अब्बास के साथ युवाओं के एक दल ने चर्च का दौरा किया और वहां मौजूद ईसाई समुदाय के युवाओं और बुजुर्गों को क्रिसमस की बधाई दी।
इस अवसर पर प्रेम एकता और अंतरधार्मिक सामंजस्य का संदेश दिया गया प्रतिभागियों ने इस बात पर जोर दिया कि धार्मिक त्यौहार सभी के लिए शांति, भाईचारे और नज़दीकी का जरिया बनने चाहिए। चर्च में मौजूद ईसाई समुदाय ने इस पहल की सराहना की और अपना आभार व्यक्त किया।
यह पहल एक शानदार उदाहरण है कि विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के लोग आपसी प्रेम और सामंजस्य के साथ जीवन व्यतीत कर सकते हैं।